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महिला आयोग की कुर्सी पर बैठकर बच्चों ने सुनाया फैसला, पति-पत्नी ने एक-दूसरे से मांगी माफी

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रायपुर। महिला ने अपने जेठ-जेठानी और पति के विरुद्ध (RAIPUR NEWS) राज्य महिला आयोग में शिकायत की थी। महिला आयोग अध्यक्ष डा. किरणमयी नायक ने फैसला देने के लिए उनके बच्चों को आयोग सदस्यों की कुर्सी पर बिठा दिया। दोनों से उनकी मन की बात जानने के बाद फैसला देने के लिए कहा। इसके बाद बच्चों ने अपने माता-पिता को साथ में रहने का फैसला सुनाया।

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दरअसल महिला ने अपने जेठ-जेठानी और पति के विरुद्ध शिकायत की थी। महिला के पति आयोग के सामने उपस्थित हुआ लेकिन जेठ-जेठानी अनुपस्थित रहे। महिला ने आयोग के समक्ष बताया कि मुझे पति से किसी प्रकार से शिकायत नहीं है। जेठ-जेठानी से शिकायत है। उनके कारण हम दोनों जुलाई माह से अलग रह रहे हैं। उनका 5 साल का बेटा और 10 साल की बेटी है। आयोग अध्यक्ष किरणयमी नायक ने दोनों बच्चों को बुलवाया और सदस्यों की कुर्सी पर बिठाकर फैसला सुनाने कहा। आयोग अध्यक्ष ने पति को हिदायत दी कि महिला के जेठ जेठानी को आगामी सुनवाई में साथ में लेकर आए वरना कार्रवाई की जाएगी।

बलरामपुर में एसडीएम से महिला पटवारी परेशान

एक अन्य प्रकरण में बलरामपुर की (RAIPUR NEWS)  महिला पटवारी को एसडीएम द्वारा परेशान करने की शिकायत पर सुनवाई की गई। महिलाओं ने बताया कि आयोग की सुनवाई में उपस्थित होने पर एसडीएम उनके विरुद्ध कार्रवाई कर सकते हैं। आयोग ने आश्वस्त किया कि महिला आयोग में आने के लिए कोई भी अधिकारी रोक नही लगा सकते हैं। आगामी सुनवाई में एसडीएम को उपस्थित होने के निर्देश दिए गए।

थाना प्रभारी को उपस्थित होने के निर्देश

पिछली सुनवाई में थाना खरोरा (RAIPUR NEWS)  के वर्तमान एवं पूर्व थाना प्रभारी को उपस्थित होने के निर्देश आयोग ने दिया था। दोनों उपस्थित नहीं हुए। थाना खरोरा उपस्थित इंस्पेक्टर ने आयोग को बताया कि विधानसभा सत्र में ड्यूटी होने के कारण वर्तमान थाना प्रभारी सुनवाई में उपस्थित नही हो पाए हैं। आयोग ने निर्देश दिया कि आगामी सुनवाई में आवेदिका को मछली मारने के पैसे अनावेदकगणों से वापस कराएं अन्यथा सभी के विरुद्ध आपराधिक प्रकरण दर्ज कराने डीजीपी को अनुशंसा की जाएगी।