रायपुर। सूबे की राजधानी के तेलीबांधा तालाब के सामने लगने वाली चौपाटी को हटाने के लिए नगर निगम का अमला पुरे लाव लश्कर के साथ पहुंचा हुआ है।निगम यहां से ठेले और गुमटियों को हटाने की कार्रवाई कर रही है। इस कार्यवाही का यहाँ के दुकानदार जमकर विरोध कर रहे है, जिसके चलते निगम और कारोबारियों के बीच तीखी बहस भी हुई है।
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वहीं निगम ने विरोध को भापतें हुए पहले ही पुलिस बल मौके पर बुलवा लिया था। निगम का मंगलवार को भी यहाँ कार्यवाही के लिए पहुंचा था, लेकिन दुकानदारों के तगड़े विरोध के बाद उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ा था। गौरतलब है कि तेलीबांधा में 30 से ज़्यादा दुकानें लगती है, या यूँ कहें के ये इलाक़ा स्ट्रीट फूड के लिए भी मशहूर हो चूका है, जिसकी वज़ह से यहाँ अच्छी खासी भीड़ भी लगती है।
इधर तेलीबांधा के पास सड़कों पर दुकान लगाने वाले दुकानदारों का कहना है कि वे कई सालों से यहां ठेला लगा रहे हैं, इसी के सहारे पूरा घर चलता है, अब ऐसे अचानक से यहां से ठेला हटाने का नोटिस थमा दिया गया, फिर बुलडोज़र लेकर पहुंच गए। आखिरहम यहाँ से ठेला हटाकर कहां जाएं ? कोई निश्चित जगह भी अफसर नहीं बता रहे है। हम चाहते हैं कि हमें कहीं व्यवस्थित जगह दे दी जाए, हम यहां से हटने को तैयार हैं मगर निगम हमें कोई दूसरी जगह नहीं दे रहा है।
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निगम ने लिए थे 2 लाख रुपए, दी थी अनुमति
इधर दुकानदारों ने बताया कि साल 2015 में जिला प्रशासन ने ही तेलीबांधा की सड़क पर दुकान लगाने की अनुमति दी थी। इसके लिए बक़ायदा 2 लाख रुपए लेकर स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट के तहत स्मार्ट ठेला हमे दिया गया। ठेले के साथ हमें वेडंर लाइसेंस भी निगम ने दिया है, तब से यहीं दुकानें लग रही थीं। अब जिला प्रशासन ही इन्हें हटाने को कह रहा है।