नई दिल्ली। तिरुवनंतपुरम के सांसद शशि थरूर के कोट्टायम और पठानमथिट्टा जिलों के दो दिवसीय दौरे से पहले केरल में कांग्रेसियों का एक वर्ग परेशान सा प्रतीत हो रहा है। थरूर शनिवार को युवा कांग्रेस की बैठक को संबोधित करने के लिए कोट्टायम से लगभग 40 किलोमीटर दूर एराट्टुपेट्टा पहुंचेंगे, जबकि वह रविवार को पठानमथिट्टा के अडूर में रहेंगे।
भैयाजी ये भी देखे : Big News : प्रोफ़ेसर ने विदेशी छात्रा से की रेप की…
पार्टी की दो जिला समितियां इस आधार पर आमने-सामने हैं कि थरूर ने उन्हें सूचित नहीं किया, इसलिए वे उनके दौरे में सहयोग नहीं करेंगे। इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए थरूर ने कहा कि उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि दो महीनों में क्या हुआ है, क्योंकि शिकायतें आ रही हैं।
थरूर ने कहा, मुझे नहीं पता कि क्या हो रहा है, मैं दोनों बैठकों में भाग लूंगा और अपना भाषण दूंगा। जब से थरूर ने कांग्रेस के अध्यक्ष पद के उम्मीदवार मलिकार्जुन खड़गे के खिलाफ चुनाव लड़ने का फैसला किया, तब से राज्य के राजनीतिक क्षेत्र में थरूर की चर्चा बढ़ गई है। उन्हें सबसे अधिक मत अपने गृह राज्य केरल से ही हासिल हुआ था।
भैयाजी ये भी देखे : विधायक सत्यनारायण शर्मा से मिलने अस्पताल पहुंचे सीएम भूपेश
पार्टी के शीर्ष नेता वी.डी.सतीसन और उनके पूर्ववर्ती रमेश चेन्नीथला ने थरूर का विरोध किया था। हालांकि पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने मदद के लिए हाथ बढ़ाया, जिसके बाद थरूर ने आगे बढ़ने का फैसला किया। कोट्टायम और पठानमथिट्टा दोनों जिले चांडी गुट के गढ़ हैं।