कवर्धा। छत्तीसगढ़ के कवर्धा में रविवार को शहर के लोहारा नाका चौक के पास दो पक्षों की आपसी लड़ाई (KAWARDHA NEWS) से माहौल गरमा दिया। इस घटना के विरोध में आज कवर्धा बंद का ऐलान किया गया है। व्यापारी सहित कई संगठनों ने बंद का समर्थन किया है। प्रशासन ने कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। अधिकारी लगातार दौरा कर रहे हैं।
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सड़क पर बैठ गए, किया धरना प्रदर्शन
मारपीट की घटना की जैसे ही जानकारी मिली विश्व हिन्दू परिषद, भाजपा के नेता, पूर्व विधायक, जनप्रतिनिधि और कार्यकर्ता पहुंच गए। माता कर्मा चौक के सामने सड़क पर ही प्रदर्शन करने लगे। चक्काजाम कर दिया गया। पुलिस बल पहुंची और माहौल को शांत करने की कोशिश की गई। लेकिन प्रदर्शनकारी नहीं माने तो पुलिस ने उक्त मार्ग को बंद कर दिया। इससे आमजन को आवागमन में काफी परेशानी हुई।
जिला व पुलिस प्रशासन ने की अपील
शहर के लोहारा नाका में हुए विवाद और वहां की स्थिति (KAWARDHA NEWS) को स्पष्ट करने के लिए जिला प्रशासन ने प्रेसवार्ता का आयोजन किया। इस दौरान कलेक्टर जनमेजय महोबे और पुलिस अधीक्षक डॉ.लाल उमेद सिंह ने बताया कि विवादित स्थल होने के कारण जैसे ही मामले में रिपोर्ट हुई तुरंत ही आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली गई। उन्हें जेल भेज दिया गया। स्थिति को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस बल तैतान किया गया। मामले में प्रदर्शनकारियों की जो भी मांग है उसे लेकर बातचीत का प्रयास किया जा रहा है। साथ ही उन्होंने नगर में शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की।
विहिप का आह्वान
शनिवार को हुए घटनाक्रम को लेकर विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष कैलाश शर्मा (KAWARDHA NEWS) ने प्रेस वार्ता में कहा कि जिले में बढ़ते आपराधिक मामले एवं बाहरी लोगों के कवर्धा में आकर बसने की प्रक्रिया सतत जारी है। लगातार विश्व हिंदू परिषद व अन्य हिन्दू संगठन इस बाबत पुलिस प्रशासन व जिला प्रशासन को ज्ञापन देकर निवेदन करते रहे हैं, लेकिन आज पर्यंत इस तरह के अपराध पर अंकुश लगाने और बाहरी लोगों के चिन्हांकन करने की कोई कार्यवाही नहीं की गई। इसके साथ ही 20 नवंबर को कवर्धा शहर बंद का आयोजन किया है।