दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र (ISRO) इतिहास रचने जा रहा है। थोड़ी देर में देश का पहला निजी रॉकेट विक्रम-S लांच होगा। केंद्रीय राज्य मंत्री, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष डॉ जितेंद्र सिंह ने बताया कि निजी रॉकेट को विक्रम-सबऑर्बिटल (वीकेएस) या विक्रम-एस नाम दिया गया है। इसे श्रीहरिकोटा, आंध्र प्रदेश से 11.30 बजे, शुक्रवार को लांच किया जाएगा। इस मौके पर जितेंद्र सिंह मौजूद रहेंगे।
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वीकेएस रॉकेट को हैदराबाद स्थित स्टार्टअप कंपनी स्काई रूट एयरोस्पेस प्राइवेट लिमिटेड (ISRO) ने बनाया है। यह लगभग 545 किलोग्राम वजन वाला सिंगल-स्टेज स्पिन-स्टेबलाइज्ड सॉलिड प्रोपेलेंट रॉकेट है। सबकुछ ठीक रहा तो रॉकेट अधिकतम 101 किमी की ऊंचाई तक जाएगा और समुद्र में गिर जाएगा। लॉन्च की कुल अवधि सिर्फ 300 सेकंड है। खास बात यह भी है कि विक्रम एस रॉकेट अपने साथ तीन पेलोड्स भी ले जाएगा जिसमें एक विदेशी है। विक्रम-एस रॉकेट भारत के निजी अंतरिक्ष क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत करेगा।
स्टार्टअप स्काई रूट एयरोस्पेस चार साल पुराना है। केंद्र सरकार के वर्ष 2020 में निजी कंपनियों (ISRO) को अपने अंतरिक्ष कार्यक्रम में शामिल करने के फैसले के बाद यह देश की पहली निजी कंपनी है जो इस मुकाम तक पहुंची है। लांच व्हीकल का नाम विक्रम साराभाई के नाम पर रखा गया है।