भोपाल। मप्र में हुए नगरीय निकाय के चुनावों में कांग्रेस (PCC) को कई निकायों में हार का सामना करना पड़ा। खासतौर से नगर पालिका और नगर परिषदों में कांग्रेस को भितरघात के कारण हार का मुंह देखना पड़ा।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी को प्रदेश भर से निकाय चुनाव में पार्टी को हराने के लिए काम करने वाले नेताओं, पदाधिकारियों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं की शिकायतें मिलीं हैं। सबसे ज्यादा शिकायतें मालवा और महाकौशल क्षेत्र से आई हैं। कांग्रेस के पूर्व विधायकों से लेकर जिलाध्यक्षों और प्रदेश पदाधिकारियों तक पर निकाय चुनाव में कांग्रेस के खिलाफ काम करने की शिकायतें हुई हैं। प्रदेश भर से कांग्रेस 21 जिलों से कुल 88 शिकायतें मिलीं थी, जिनमें से 44 कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को नोटिस जारी किए गए हैं।
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कांग्रेस संगठन को भेजी गईं शिकायतों में बताया गया कि प्रत्याशी (PCC) के खिलाफ में पदाधिकारी और कार्यकर्ता काम कर रहे हैं। शिकायत में प्रत्याशियों ने नाम भी दिए थे। इसी को आधार मानते हुए नोटिस जारी किए गए हैं। प्रदेश भर से आई शिकायतों को लेकर रविवार को भोपाल पीसीसी में कांग्रेस अनुशासन समिति की बैठक हुई थी, इसमें 44 कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं।
इस तरह की आईं शिकायतें
- बीजेपी के पक्ष में प्रचार किया।
- प्रत्याशी के खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ना।
- भाजपा प्रत्याशी के साथ खुलकर प्रचार।
- निर्दलीय उम्मीदवार का प्रचार किया।
- भाजपा के पक्ष में वोट दिलाए।
- कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी को हराने की शिकायत
- सोशल मीडिया पर टिप्पणी करना
- उम्मीदवारों के चयन में गड़बड़ी की शिकायत
- भाजपा सरकार के मंत्री के साथ घूमना