रायपुर। महात्मा गांधी के बहाने भूपेश बघेल सरकार (CONGRESS) गांव-गांव तक पहुंचने की तैयारी कर रही है। गांधी जयंती दो अक्टूबर से प्रदेश के गांवों में ग्रामसभा का आयोजन करने जा रही है। इसमें वह गाय, गोमूत्र, गोबर और गांधीजी पर बात करेगी।
सरकार ने ग्रामसभा में चर्चा के लिए 15 बिंदु निर्धारित किए हैं। इनमें से 11 पर सभी ग्रामसभाओं में और शेष चार पर अनुसूचित जनजातियों के क्षेत्र की ग्रामसभाओं में चर्चा की जाएगी। कलेक्टर, जिला पंचायत, जनपद पंचायत और ग्राम पंचायत द्वारा स्थानीय आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए अन्य विषय-वस्तु को भी ग्रामसभा के एजेंडे में शामिल किया जा सकेगा। सरकार अपनी योजनाओं को ग्रामीणों तक पहुंचाने (CONGRESS) के लिए यह आयोजन करने जा रही है। वहीं, कांग्रेस इस दिन से प्रदेश में भारत जोड़ो यात्रा भी निकालेगी। इस मामले में भाजपा ने कांग्रेस सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार के पास ग्रामीणों को कुछ बताने के लिए बचा ही नहीं है।
हर गांव तक पहुंचने के लिए बन रही समय सारणी
प्रत्येक ग्राम पंचायत मुख्यालय और उनके आश्रित ग्रामों में ग्रामसभा आयोजन के लिए (CONGRESS) एक समय-सारिणी तैयार की जा रही है। सरकार का तर्क है कि छत्तीसगढ़ पंचायती राज अधिनियम के तहत ग्रामसभा का प्रत्येक तीन माह में कम से कम एक सम्मेलन आयोजित करने का प्रविधान है। प्रदेश में 23 जनवरी, 14 अप्रैल, 20 अगस्त और दो अक्टूबर के अतिरिक्त प्रतिवर्ष माह जून और नवंबर में सुविधाजनक तिथियों में प्रत्येक ग्राम में ग्रामसभा का आयोजन अनिवार्य रूप से किया जाता है।
ये होंगे प्रमुख एजेंडे
- ग्रामसभा में गोठानो के प्रबंधन पर चर्चा होगी
- पंचायतों में आय-व्यय की समीक्षा कर अनुमोदन किया जाएगा
- स्वीकृत कार्य के नाम, प्राप्त राशि, स्वीकृत राशि, व्यय राशि पर चर्चा
- महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना की समीक्षा
- सुराजी ग्राम योजना के तहत नरवा, गरवा, घुरवा और बाड़ी पर चर्चा