दिल्ली। गुजरात की सूरत पुलिस ने दो-दो हज़ार रुपये के नक़ली नोटों (NAKLI NOTE) से भरे बक्सों को एक एंबुलेंस से बरामद किए है। अमूमन एंबुलेंस का इस्तेमाल बीमार या जरूरतमंद लोगों को अस्पताल तक ले जाने के लिए होता है, लेकिन सूरत में नकली नोटों को इधर से उधर पहुंचाने के लिए एंबुलेंस का इस्तेमाल हो रहा था। बक्सों से 25 करोड़ रुपये के नोट बरामद किए गए हैं।
इन नोटों पर भारतीय रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया के बजाय भारतीय रिवर्स बैंक ऑफ़ इंडिया और केवल सिनेमा शूटिंग के लिए लिखा गया है। पुलिस मामले की तहकीकात कर रही है।दरअसल, गुरुवार के दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सूरत शहर के लिंबायत इलाक़े में एक रोड शो कर जनसभा को संबोधित किया और शाम को सूरत ज़िला के कामरेज इलाक़े से खबर आई कि पुलिस ने बड़ी तादात में नक़ली नोटों का ज़ख़ीरा पकड़ा है।
कामरेज थाना पुलिस की टीम ने हाईवे पर स्थित शिव शक्ति होटल के पास नाकाबंदी (NAKLI NOTE) कर एंबुलेंस को रोक लिया था। मूलतः जामनगर के रहने वाले एंबुलेंस चालक हितेश पुरुषोत्तम कोटदिया से एंबुलेंस के पीछे का दरवाज़ा खुलवा कर चेक किया तो उसके अंदर 6 बक्से निकले, जिनके अंदर 1290 दो हज़ार रुपये की नोटों के बंडल मिले थे, जो 25 करोड़ 80 लाख होते हैं। जिस एंबुलेंस से यह नोट बरामद हुए है, उस पर दीकरी एजुकेशन ट्रस्ट मोटा वडाला सूरत लिखा हुआ है। साथ ही साथ गौ-माता राष्ट्र माता भी लिखा हुआ है। इस एंबुलेंस से नक़ली नोटों के बंडल मिलने की खबर मिलते ही ख़ुद सूरत रूरल के एसपी हितेश जॉयसर कामरेज पुलिस थाने पहुंच गए थे।
असली दो हज़ार के नोटों की तरह ही दिखते
एंबुलेंस से बरामद दो-दो हज़ार रुपये के नोट दूर से दिखने में तो एकदम असली दो हज़ार के नोटों (NAKLI NOTE) की तरह ही दिखते हैं, लेकिन नज़दीक से देखने पर पता चलता है कि इन नोटों पर भारतीय रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया के बजाय भारतीय रिवर्स बैंक ऑफ़ इंडिया और केवल सिनेमा शूटिंग के लिए लिखा गया है। एंबुलेंस ड्राइवर से आगे की पूछताछ चल रही है। पुलिस जानने की कोशिश कर रही है कि आखिर यह नकली नोट कहां जा रहे थे? अगर फिल्म की शूटिंग में इस्तेमाल होना था तो वह फिल्म कौन सी है और कहां शूटिंग चल रही है? और एंबुलेंस से नकली नोट क्यों लेकर जाया जा रहा था?