कांकेर। कांकेर के मशहूर और ऐतिहासिक “गढ़िया पहाड़” के रास्ते पर स्थानीय निवासियों ने बंद कर चक्का जाम कर दिया है। ग्रामीणों का आरोप है कि वन प्रबंधन समिति ने यहाँ सालों से चलने वाली दुकानों को ज़बरिया हटा दिया है। ये कार्यवाही भी नवरात्रि के दौरान किए जाने से ग्रामीणों में भारी आक्रोश है।
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कांकेर स्थित गढ़िया पहाड़ का अपना ऐतिहासिक महत्व है। पहाड़ पर कभी ना सूखने वाले तालाब के साथ ही माता कांकेश्वरी, माता शीतला और भगवान शिव का मंदिर है। यहां हर साल नवरात्र व शिवरात्रि पर मेला भरता आ रहा है। समय के साथ सड़क बनने के साथ अब पहाड़ तक पहुंचने रास्ता आसान हो गया, जिसे वन विभाग ने गढ़पिछवाड़ी के लोगों को सौप दिया है।
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अब इस रास्ते से प्रवेश शुल्क के नाम पर पैसा वसूला जा रहा है। इसके साथ ही यहाँ सालों से लगने वालीं पूजा सामग्री की दुकानों को भी बलपूर्वक हटाया जा गया है। इस मामलें में आज स्थानीय पार्षद और लोगों ने पहाड़ जाने का रास्ता बंद कर धरना शुरू कर दिया है। स्थानीय लोग वन प्रबंधन समिति के लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के साथ दुकान लगाए जाने की इजाजत मांग रहे है।