दिल्ली। रक्षा मंत्रालय ने मंगलवार को वायुसेना के तीन अधिकारियों को बर्खास्त कर दिया। इन अधिकारियों को दुर्घटनावश ब्रह्मोस मिसाइल (BRAMHOS ) चल जाने के मामले में दोषी करार दिया है। इसी साल 9 मार्च को गलती से चली यह मिसाइल पाकिस्तान में गिरी थी। उसके बाद से भारतीय मिसाइल प्रणाली को लेकर दुनिया भर में काफी किरकिरी हुई थी।
सुपरसोनिक मिसाइल ब्रह्मोस (BRAMHOS ) गलती से चलने के बाद सात मिनट में ही पाकिस्तान के 124 किलोमीटर भीतर जाकर गिरी थी। हालांकि उसमें किसी तरह का हथियार नहीं होने के कारण कोई नुकसान नहीं हुआ था। इस दुर्घटना के बाद पाकिस्तान ने इस पर कड़ी आपत्ति दर्ज कराई थी।
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वायुसेना ने इस घटना की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का गठन किया था। कोर्ट ऑफ इंक्वायरी ने जांच के बाद पाया कि तीन अधिकारियों ने स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसेस (एसओपी) का पालन नहीं किया था। इसी वजह से यह दुर्घटना हुई। जिन अधिकारियों को बर्खास्त किया है उनमें एक ग्रुप कैप्टन, एक विंग कमांडर और एक स्क्वाड्रन लीडर शामिल हैं। रक्षा मंत्रालय के बयान में बताया कि तीन अधिकारियों को प्राथमिक तौर पर दुर्घटना के लिए जिम्मेदार माना गया है। उनकी सेवाएं तत्काल समाप्त की जाती हैं।
पहले तकनीकी गड़बड़ी की आशंका थी
दुर्घटना के बाद सबसे पहले रक्षा मंत्रालय ने कहा था कि रख-रखाव के दौरान किसी (BRAMHOS ) तकनीकी गड़बड़ी के कारण मिसाइल चल पड़ी। बाद में रक्षामंत्री राजनाथ सिंह संसद में बयान दिया कि ब्रह्मोस के रख-रखाव, इसके ऑपरेशन और निरीक्षण की एसओपी की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा था कि हमारे यहां इन मिसाइलों के रख-रखाव, निरीक्षण और ऑपरेशन की काफी उम्दा व्यवस्था है।