रायपुर। प्रदेश में नौकरी के नाम पर…बेरोजगारी भत्ता के नाम पर युवाओं को ठगने का हवाला देते हुए कल बुधवार को भारतीय जनता युवा मोर्चा मुख्यमंत्री निवास का घेराव करेगी। इस घेराव के लिए भाजयुमों से ज़्यादा तैयारियां रायपुर पुलिस और जिला प्रशासन ने कर रखी है।
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आलम ये है कि एक दिन पहले ही राजधानी की आधा दर्जन से ज़्यादा सड़कों को बंद कर दिया गया है। शहर के अंदर भाजपा के इन प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए 2 एसपी लेवल के अफसर समेत हज़ारों की संख्या में पुलिस बल भी तैनात किया गया है।
इधर पुलिस और ख़ुफ़िया विभाग ने पुलिस के आला अफसरों को इस प्रदर्शन के दौरान टकराव और गंभीर स्थिति निर्मित होने का इनपुट दिया है, जिसके चलते ये तैयारियां ज़्यादा दुरुस्त तरीके से की जा रही है। पुलिस महकमे ने इसे टालने और गंभीर टकराव से बचने के लिए दिशा-निर्देश भी दिया है।
स्कूलों के प्राचार्यों ने मांगी छुट्टी
इधर सोशल मीडिया में शहर के कई स्कूलों के प्राचार्यों द्वारा DEO को लिखा हुआ लेटर भी जमकर वायरल हो रहा है। जिसमें स्कूलों के प्राचार्य इस प्रदर्शन का हवाला देते हुए स्कूलों में कल की छुट्टी की मांग कर रहे है। इस पत्र में छात्रों की सुरक्षा का हवाला भी दिया गया है। राज्य निर्माण के बाद संभवतः ये पहली मर्तबा है जब किसी प्रदर्शन के दौरान स्कूलों के प्राचार्यों ने जिला शिक्षा अधिकारीयों को पत्र लिखकर छुट्टी की मांग की है।
भाजयुमों को रूकने पुलिस की जंबो टीम
मिली जानकारी के मुताबिक पुलिस और इंटेलिजेंस ने मिलकर कल के प्रदर्शन को रोकने की तगड़ी तैयारी कर रखी है। इस प्रदर्शन के दौरान राजधानी रायपुर के एसएसपी प्रशांत अग्रवाल के आलावा एक और एसपी लेवल के अफसर को तैनात किया गया है।
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इसके साथ ही दर्जनभर ASP और डीएसपी मिला के कुल 40 की संख्या में तैनाती की गई। इसके आलावा 70 से ज्यादा थानेदार, 120 सब इंस्पेक्टर और 11 हजार पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है।