spot_img

टेंडर में गड़बड़ी, ईई के खिलाफ ठेकेदारों ने खोला मोर्चा

HomeCHHATTISGARHटेंडर में गड़बड़ी, ईई के खिलाफ ठेकेदारों ने खोला मोर्चा

कांकेर। लोक निर्माण विभाग में निविदा में हो रही गड़बड़ी (KANKER NEWS) को लेकर स्थानीय ठेकेदारों ने कार्यपालन अभियंता के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कार्यपालन अभियंता पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह चहेते फर्मों को उपकृत कर रहे ऐसे में आंदोलन करने विवश हो रहे हैं। स्थानीय जिला प्रशासन को अवगत कराने पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

ठेकेदार संघ के अध्यक्ष आलोक तिवारी ने बताया कि लोक निर्माण विभाग की ओर से पांच कार्यों की पांच निविदा एक साथ एक अगस्त को प्रकाशन कराया गया था। करीब 1.30 करोड़ की पांच निविदा में फर्जीवाड़ा किया जा रहा है। फर्जी दस्तावेज के आधार पर एक फर्म को काम दिया जा रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि कार्यपालन अभियंता खुद कह रहे कि मंत्री के यहां से फोन आया था। उस आधार पर दो कार्यों को वह किसी को नहीं दे सकते हैं। पांच निविदा के लिए 17 अगस्त को आवेदन लिया गया लेकिन अगले दिन उन पांच निविदा में से दो आनलाइन गायब कर दिया गया है।

भैयाजी यह भी देखे : बारिश से सैंकड़ों एकड़ फसल बर्बाद, मुआवजा की आस लगाए बैठे किसान

एक फर्म ने ऐसा दस्तावेज (KANKER NEWS)  का उपयोग किया तो पूरी तरह से फर्जी है। उक्त दस्तावेज के संबंध में कार्यपालन अभियंता को पत्र के माध्यम से अवगत करा दिया गया तो गोलमोल जवाब दे रहे हैं। कार्यपालन अभियंता आवेदन देने से इनकार कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि एक अगस्त 2022 को प्रकाशित पांच निविदा में पहला काम 37.26 लाख की लागत से मेडिकल कॉलेज कांकेर में एसीपी किचन, लाड्री शेड निर्माण, अतिरिक्त कार्य एवं गार्डनिंग कार्य कुलगांव छोटा चबूतरा का होना है। यह काम निविदा से पहले खुद अधिकारी ने अपने चहेते फर्मों के नाम पर काम करा लिया है। एनआईटी नंबर टी-0015 का काम 34.04 लाख में कराया जाना है। इस निविदा को लेने के लिए गलत दस्तावेज को उपयोग एक आवेदन में आवेदक ने किया है।

भैयाजी यह भी देखे : टोमैटो फ्लू : केरल में नया खतरा, 82 बच्चे बीमार

इन दोनों कार्यों को आनलाइन गायब करा दिया गया है। तीसरी निविदा में 8.82 लाख की लागत से सिविल लाइन कांकेर स्थित आफिसर क्लब में वुडन बैडमिंटल कोर्ट फ्लोरिंग कार्य, 10 लाख में लोनिवि संभाग कांकेर के राज्य-जिला मार्ग एवं ग्रामीण मार्गों में किमी. स्टोन, प्वांइट स्टोन और 40 लाख की पांचवीं निविदा में शासकीय आवासीय एवं अ-आवासीय भवनों में वाटर प्रुफ्रिंग का कार्य कराया जाना है। उन्होंने आरोप लगाया कि एक करोड़ 30 लाख रुपए की निविदा में फर्जीवाड़ा किया जा रहा है। चहेते फर्मों को लाभ पहुंचाने के लिए खेल किया जा रहा है। स्थानीय जिला प्रशासन को सब कुछ जानकारी देने के बाद भी गड़बड़ी रोका जा रहा है। ऐसे में ठेकेदार संघ धरना प्रदर्शन को बाध्य हो रहा है।

ऑफलाइन निविदा में चहेते फर्मों को पहुंचाया जा रहा लाभ

ऑफलाइन निविदा प्रकाशन होने पर फार्म लेने तय तिथि तक आवेदन करना होता है। उक्त आवेदन के आधार पर फार्म मिलता है। अगर किसी को उक्त निविदा में छांटना (KANKER NEWS) होता है तो किसी ने किसी पेपर को आधार बना अपात्र कर दिया जाता है। उसके बाद प्रतिस्पर्धा खत्म हो जाती है। समझौतेवादी तीन फर्मों में दो की दर 8-10 प्रतिशत एबव दिखा दिया जाता है। जिन्हें काम देना होता है उक्त दोनों आवेदकों से एक दो प्रतिशत दर कम हो जाती है। निर्धारित दर से एबव की राशि बाद में बांटी जाती है। उदाहरण के तौर पर एक करोड़ की निविदा अगर 7 प्रतिशत एबव में पास होगी तो एक करोड़ 7 लाख में काम होगा। यानी 7 लाख उपर की राशि में खेल हो जाता है।