रायपुर। छत्तीसगढ़ के स्कूलों में अब बच्चे स्मार्ट क्लास में पढ़ाई करेंगे। इसके लिए संपर्क टीवी डिवाइस का उपयोग किया जाएगा। यह कार्यक्रम एक ओर जहां बच्चों को गणित और अंग्रेजी से कठिन विषयों को आसानी से समझने में मदद करेगी, वहीं इससे प्राथमिक स्तर के बच्चों की पढ़ाई रूचिकर बनेगी। प्रायमरी स्कूलों में इस नवाचार में तकनीकी सहयोग के लिए छत्तीसगढ़ राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) और संपर्क फाउंडेशन के बीच तीन साल के लिए एमओयू हुआ है।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य राज्य के 28 जिलों में गणित के लिए और अंग्रेजी के लिए 19 जिलों के 30 हजार से अधिक सरकारी स्कूलों में कक्षा पहली से 5वीं तक के प्राथमिक स्कूल के बच्चों के सीखने के परिणामों को बढ़ाना है। इस सहयोग का प्राथमिक लक्ष्य संपर्क स्मार्ट शालाओं (एसएसएस) को पढ़ाने के लिए अद्वितीय दृष्टिकोण पेश करके बच्चों के लिए सीखने को रोचक, सार्थक और प्रभावी बनाना है। साथ ही एससीईआरटी के तत्वावधान में संपर्क द्वारा विकसित नई प्रथाओं को चरणबद्ध तरीके से लागू करना है। राज्य में प्राथमिक स्कूलों के लिए तैयार किए गए पाठ्यक्रम के आधार पर ही संपर्क स्मार्ट क्लास का प्रोग्राम तैयार किया गया है।
इस नवाचार के संबंध में स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने कहा है कि एससीईआरटी और संपर्क के बीच हुई साझेदारी छत्तीसगढ़ के प्राथमिक कक्षा के बच्चों के लिए सीखने में मददगार बनेगा। साथ ही इसके दूसरे सार्थक परिणाम भी मिलेंगे। यह कवायद छत्तीसगढ़ को शिक्षा के मामले में देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करने में सार्थक होगा। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया है कि यह अभिनव कार्यक्रम राज्य के छात्रों के लिए सीखने को और अधिक मनोरंजक बना देगा और उनके कॅरियर के लिए एक अच्छी नींव प्रदान करेगा। स्कूल शिक्षा सचिव डॉ. एस. भारतीदासन ने कहा कि संपर्क टीवी का उपयोग स्कूलों में सीखने के लिए एक नया आयाम जोड़ देगा। वहीं एससीईआरटी के संचालक राजेश सिंह राणा ने कहा कि आगामी तीन वर्षों के लिए गणित और अंग्रेजी कार्यक्रम के लिए संपर्क रोल आउट में छत्तीसगढ़ का भागीदार होगा।
संपर्क शाला गणित में सीखने के परिणामों में सुधार कर पढ़ाई में ध्यान केन्द्रित करने वाला अनूठा दृष्टिकोण है। वहीं स्मार्ट क्लास अंग्रेजी के लिए बहुत प्रभावी साबित हुई है। राज्य 2015 से संपर्क फाउंडेशन के सहयोग से काम कर रहा था और प्रभावी परिणामों के आधार पर अगस्त 2022 से 2025 तक लागू तीन साल के लिए अपने समझौते को बढ़ा दिया है। कार्यक्रम के तहत शिक्षकों के अलावा राज्य संसाधन समूह, ब्लॉक रिसोर्स ग्रुप्स, ब्लॉक रिसोर्स सेंटर कोऑर्डिनेटर और क्लस्टर एकेडमिक कोऑर्डिनेटर को बच्चों में सीखने के परिणामों को प्रभावी करने के लिए संपर्क शिक्षाशास्त्र में प्रशिक्षित किया जाएगा।
संपर्क फाउंडेशन के माध्यम से सरकारी स्कूलों में कक्षाओं को स्मार्ट कक्षाओं में बदलने के लिए शुरू में 5 हजार सरकारी स्कूलों जहां पहले से टीवी स्थापित है, वहां संपर्क एफएलएन टीवी (एक शिक्षक सामग्री उपकरण के टीवी को स्मार्ट लर्निंग टेलीविजन में परिवर्तित करता है) वितरित करेगा। यह पहल सीखने के परिणामों में बड़े पैमाने पर सुधार लाने और सरकारी स्कूलों को भविष्य के लिए तैयार करने में सहयोग करने के लिए संपर्क के दृष्टिकोण का हिस्सा है। छत्तीसगढ़ के सभी सरकारी स्कूलों में संपर्क एफएलएन टीवी लगाने की योजना है। संपर्क फाउंडेशन कार्यक्रम को लागू करने के लिए नवीन शिक्षण-अधिगम सामग्री प्रदान करेगा। इन संसाधनों में 12 संपर्क नवाचार शामिल होंगे। जो एफएलएन आधारित टीएलएम है। साउंड बाक्स, पहेलियां और खेल, संपर्क टीवी, पाठ्य योजनाएं, शिक्षण वीडियो, चैट बॉट, अंग्रेजी बोलने का कार्यक्रम आदि।
कार्यक्रम का लक्ष्य 2025 तक प्राथमिक कक्षाओं में गणित और अंग्रेजी के सीखने के परिणामों में छत्तीसगढ़ को शीर्ष 10 राज्यों में शामिल करना है। कार्यक्रम का उद्देश्य प्रत्यक्ष क्षेत्र आधारित सहयोगात्मक प्रक्रिया के माध्यम से इन दो विषयों की शिक्षा शास्त्र में संसाधन समूहों की क्षमता को मजबूत करना भी है। यह कार्यक्रम सभी स्कूलों की मॉनिटरिंग भी करेगा ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सीखने के परिणामों में वृद्धि हो। प्रगति को अद्यतन करने और स्कूलों में अकादमिक प्रगति की निगारानी के लिए एक एप्लीकेशन samparksmartclass.org विकसित किया गया है। इस प्लेटफार्म का उपयोग कलस्टर, ब्लॉक और जिला अधिकारियों द्वारा हर महीने प्रगति को अद्यतन करने के लिए किया जाएगा।
लर्निंग प्रोग्राम को संपर्क के परिवर्तन के 5 स्टेप मॉडल, सरकार के साथ साझेदारी के अनुसार लागू किया जाएगा। निपुन संरेखित नवीन प्रशिक्षण और सीखने के तरीके प्रदान करें, शिक्षकों को प्रशिक्षित करें, टेक शिक्षकों को संपर्क स्मार्टशाला मोबाइल एप्लीकेशन में सभी संसाधनों का लाभ उठाने और बच्चों के सीखने के परिणामों की निगरानी करने में सक्षम बनाता है।
वर्तमान में संपर्क स्मार्टशाला कार्यक्रम 7 राज्यों- छत्तीसगढ़, झारखंड, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के 84 हजार प्राथमिक स्कूलों में संचालित हो रहा है। इस कार्यक्रम का लाभ एक करोड़ से अधिक बच्चों को मिल रहा है। एक सर्वे के अनुसार जिन स्कूलों में संपर्क स्मार्ट क्लास लागू की गई है, वहां गणित और अंग्रेजी में ग्रेड स्तर के प्रश्नों के उत्तर देने वाले बच्चों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।