दिल्ली। राष्ट्रपति के बाद उपराष्ट्रपति चुनाव (UPRASTRAPATI CHUNAV) में भी विपक्षी एकता ध्वस्त हो गई। 71 वर्षीय एनडीए प्रत्याशी जगदीप धनखड़ 346 वोटों के बड़े अंतर से विपक्ष की साझा उम्मीदवार 81 वर्षीय मार्ग्रेट आल्वा को हराने में सफल रहे।
धनखड़ को 528 और अल्वा को 182 मत मिले, जबकि 15 मत अवैध घोषित हुए। धनखड़ को जीत के लिए 356 वोट चाहिए थे। कुल 55 सांसदों ने वोट नहीं दिए। जगदीप धनखड़ के उपराष्ट्रपति (UPRASTRAPATI CHUNAV) निर्वाचित होने के साथ ही संसद के राज्यसभा और लोकसभा का नेतृत्व राजस्थान के हाथ आ गया। उपराष्ट्रपति राज्यसभा के सभापति होते हैं। वहीं, राजस्थान के कोटा से सांसद ओम बिरला लोकसभा अध्यक्ष हैं। बिरला ने धनखड़ को उपराष्ट्रपति निर्वाचित होने पर बधाई दी।