चंडीगढ़। पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या के तार अब उत्तर प्रदेश के हथियार सप्लायर कुर्बान-इरफान गैंग से जुड़ गए हैं। इनसे मूसेवाला की हत्या के लिए AK-47 खरीदी गई थी। इसका पता चलने के बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) मूसेवाला हत्याकांड की जांच शुरू कर सकती है।
इसके लिए सबूत जुटाने का काम शुरू हो चुका है। NIA ने शनिवार को ही उत्तर प्रदेश से नदीम नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। सूत्रों के मुताबिक पूछताछ के दौरान लॉरेंस ने पंजाब पुलिस के आगे यह खुलासा किया है। इसमें बताया कि मूसेवाला की हत्या के लिए हथियार कुर्बान-इरफान गैंग से खरीदे जा सकते हैं। उनका गैंग पहले भी इनसे हथियार लेता रहा है।
बुलंदशहर से आए थे हथियार
जांच एजेंसियों को शक है कि मूसेवाला की हत्या के लिए हथियार और खासकर AK 47 उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर से खरीदी गई है। यह हथियार बुलंदशहर के खुर्जा शहर लाया गया था। AK-47 को 8 लाख रुपए में खरीदा गया। सूत्रों की मानें तो इसे खास तौर पर मूसेवाला की हत्या के लिए ही मंगवाया गया था।
एक करोड़ के हथियार समेत दबोचा कुर्बान अंसारी
कुर्बान अंसारी उत्तर प्रदेश का हथियार सप्लायर है। 2016 में दिल्ली पुलिस ने उससे एक करोड़ के हथियार समेत दबोचा था। तब खुलासा हुआ कि उसने यह हथियार पाकिस्तान से मंगवाए थे। हालांकि कुर्बान की अब कोरोना से मौत हो चुकी है। इसके बाद नदीम ने यह काम संभाल लिया।
लॉरेंस गैंग ने ली जिम्मेदारी
पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की 29 मई को गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी। इसकी जिम्मेदारी लॉरेंस गैंग ने ली थी। इसके बाद पंजाब पुलिस लॉरेंस को तिहाड़ जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लेकर आई। उससे अब पूछताछ की जा रही है। वहीं इस गैंग के दूसरे मेंबर कनाडा बैठे गोल्डी बराड़ का रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया जा चुका है।