मुंबई। उद्धव ठाकरे से बगावत कर मराठी सियासत (MAHARASTRA GOVERMENT) में हलचल मचाने वाले मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का पहला शक्ति प्रदर्शन शुरू हो गया है। डिप्टी स्पीकर नरहरि जिरवाल स्पीकर पोस्ट के लिए वोटिंग करा रहे हैं। विपक्ष की मांग पर विधानसभा के भीतर हेडकाउंट किया जा रहा है।
विधानसभा के भीतर भाजपा के विधायकों ने जय भवानी, जय शिवाजी और जय श्री राम के नारे लगाए हैं। स्पीकर चुनाव पर NCP के जयंत पाटील ने कहा कि अभी चुनाव कराया जा रहा है, लेकिन हम कब से मांग कर रहे थे। अब समझ आया कि क्यों नहीं अब तक इलेक्शन हुआ?
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शिवसेना का दफ्तर सील, दोनों गुट ने व्हिप जारी किया
शिवसेना में मचे घमासान को देखते हुए विधानसभा के भीतर उसका दफ्तर सील (MAHARASTRA GOVERMENT) कर दिया गया है। उद्धव ठाकरे की ओर से सुनील प्रभु और एकनाथ शिंदे की ओर से भारत गोगावाले ने व्हिप जारी किया।
शिवसेना का फडणवीस पर तंज
शिवसेना ने मुखपत्र सामना के लेख में देवेंद्र फडणवीस पर निशाना साधा है। इसमें कहा गया (MAHARASTRA GOVERMENT) है कि शिंदे मुख्यमंत्री बने और उनके मंत्रिमंडल में देवेंद्र फडणवीस को डिप्टी CM का पद स्वीकार करना पड़ा यही असली भूकंप है। आगे लिखा- फडणवीस फिर आए लेकिन वे इस तरह से ‘आधे’ आएंगे, ऐसा किसी को नहीं लगा था। अब राज्य में क्या होगा?
11 दिन बाद मुंबई लौटे बागी विधायक
शिवसेना के बागी विधायक शनिवार रात मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ वापस मुंबई लौट आए। इनकी वापसी 11 दिन बाद हुई है। सभी बागी विधायक मुख्यमंत्री के साथ मुंबई के होटल ताज प्रेसीडेंसी पहुंचे। यहां बीजेपी नेताओं और शिवसेना के बागी विधायकों ने देर रात तक बैठक करके आगे की रणनीति तैयार की। राज्य के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस विधायकों से मिलने पहुंचे।
सियाशी टशन में पलट गई उद्धव सरकार
20 जून को एकनाथ शिंदे के साथ शिवसेना के करीब 20 विधायक सूरत निकल गए, जिसके बाद इन विधायकों को गुवाहाटी ले जाया गया। विधायक गुवाहाटी में करीब 6 दिन रहे। इसके बाद शिंदे गुट ने 39 विधायक साथ होने का दावा कर दिया। वहीं इस मामले में सुप्रीम कोर्ट की एंट्री भी हुई, जिसके बाद कोर्ट ने 11 जुलाई को सुनवाई करने की बात कही है। राज्यपाल के फ्लोर टेस्ट कराने के निर्देश के बाद उद्धव ठाकरे ने 29 जून को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था