spot_img

64 गांवों में रहता है बाढ़ का खतरा, आपदा प्रबंधन के लिए तैयारी प्रारंभ

HomeCHHATTISGARH64 गांवों में रहता है बाढ़ का खतरा, आपदा प्रबंधन के लिए...

महासमुंद। छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले (MAHASAMUND NEWS) में कुल 64 निचली बस्तियां हैं, जहां बारिश के दौरान बाढ़ का खतरा बना रहता है। महासमुंद जिले में सिरपुर क्षेत्र के पास के गांव व नदी के किनारे स्थित गांव व समोदा बैराज के आस-पास के गांव में ही खतरा रहता है, लेकिन पिछले कुछ वर्षों से राहत रही है।

नगर सेना के संसाधन हुए पुराने

एक-दो गांव ही प्रभावित हुए हैं। ज्यादातर प्रभावित गांव अछोला, अछोली, बड़गांव, सिरपुर क्षेत्र, गढ़सिवनी, खड़सा आदि गांव आते हैं। कई गांव में नदी का पानी घरों तक घुस जाता है। यहीं पर सावधानी (MAHASAMUND NEWS)  बरतने के लिए ज्यादा जोर दिया जाता है। अभी भी आपदा प्रबंधन के लिए नगर सेना के पास दो ही बोट हैं।

भैयाजी ये भी देखें : 19 जून को होंगे हरियाणा निकाय चुनाव, 22 को मतगणना, जारी हुआ शेड्यूल

एक एल्यूमिनियम बोट और एक रबर बोट है। 12 मनीला रोप व 8 नायलोन रोप व 40 लाइफ ब्वाय, 4 पेड़ काटने की मशीन, 2 इंमरजेंसी लाइट है। हालांकि, समय के साथ यह पुराने होते जा रहे हैं। केवल लाइफ जैकेट ही 10 नए खरीदे गए हैं। लाइफ जैकेट की संख्या लगभग 50 हो गई है। जिला सेनानी ए एक्का ने बताया कि आपदा प्रबंधन के लिए तैयारी शुरू हो गई है। इस वर्ष बाढ़ आपदा से निपटने के लिए पर्याप्त संख्या में संसाधन मौजूद हैं। लाइफ जैकेट की मांग की गई थी, 10 नए प्राप्त हुए हैं।

कच्चे व जर्जर मकानों का अभी चिन्हांकन नहीं

कच्चे व जर्जर मकानों (MAHASAMUND NEWS)  का चिह्नांकन भी नहीं हुआ है। प्रतिवर्ष बारिश के दौरान कई कच्चे मकान ढह जाते हैं और लोगों को नुकसान होता है। नगरीय क्षेत्रों में ही बस्तियों में मकान ढह जाते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों से भी ऐसी शिकायतें आती हैं। वहीं कई स्कूल भवन जो डिस्मेंटल योग्य हैं, उन्हें भी ढहाया नहीं गया है।