रायपुर। छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स में इस बार के चुनाव जिलों से होंगे। वहीं चेंबर के निर्वाचन अधिकारीयों की मानें तो पूरी चुनाव प्रक्रिया तय समय में पूरी कर ली जाएगी। इस बार छत्तीसगढ़ चेंबर ऑफ कॉमर्स में शिवराज भंसाली सर्वसम्मति से निर्वाचन अधिकारी नियुक्त किया गया है।
उन्होंने बताया कि आज चुनाव की तैयारी के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक सभी कारोबारियों के साथ रखी गई थी। जिसमें चुनाव में होने वीले मतदान के लिए कारोबारियों को अब रायपुर में आकर वोट डालने की जरुरत नहीं है। इस बार के चुनाव प्रक्रिया में परिवर्तन करते हुए जिस जिले में 500 मतदाता है, वहीं मतदान की व्यवस्था की जाएगी।
इसके आलावा जिन जिलों में 500 से कम मतदाता है उन्हें उनके नज़दीकी जिलों में मतदान करने की सुविधा इस बार दी जा रही है। भंसाली ने ये भी स्पष्ट किया है कि इस बार 14 जनवरी से पहले चुनाव प्रक्रिया पूरी करा ली जाएगी।
बरलोटा ने दिया प्रस्ताव
आज चेंबर ऑफ कॉमर्स के पदाधिकारियों की एक बैठक हुई। जिसमें चेम्बर के वर्तमान अध्यक्ष जितेन्द्र बरलोटा ने चुनाव कराने का प्रस्ताव रखा, जिस पर सभी सदस्यों ने सहमति जताते हुए अपनी रजामंदी दी। चेंबर के वर्तमान पदाधिकारियों का कार्यकाल समाप्ति की ओर है, ऐसे में सराफा व्यापारी शिवराज भंसाली को चुनाव अधिकारी नियुक्त कर चुनावी प्रक्रिया पूरी करने की जिम्मेदारी दी गई है।
परवानी का बहिष्कार
इधर बैठक के दौरान ही कैट राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर परवानी के चेंबर से बहिष्कार करने की मांग उठी है। व्यापारियों का कहना है कि अपनी मातृ संस्थान को छोड़कर जाने वाले लोग अब किस मुँह से यहाँ चुनाव लड़ने की जुगत में है। व्यापारियों ने ये भी कहा कि ऐसे लोग केवल पद की चाहत रखने वाले होते है, जिन्हे केवल पद चाहिए। खबर है कि कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स एसोसिएशन (कैट) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और चेंबर के पूर्व अध्यक्ष अमर परवानी भी इस बार चेंबर चुनाव लड़ने का मन बना रहे है।
कारोबारियों ने किया फैसले का स्वागत
अब तक चेंबर चुनाव के दौरान मतदान रायपुर में होते थे, कोरोना संक्रमण और व्यापारियों की सुविधा को देखते हुए मतदान जिलों में कराने का फैसला लिया गया है। इस फैसले का स्वागत करते हुए कार्यकारी अध्यक्ष ललित जयसिंघ, योगेश अग्रवाल, राजेन्द्र जग्गी समेत तमाम व्यापारियों ने स्वागत किया। योगश अग्रवाल ने इस दौरान कहा कि जब तक चेम्बर में सुंदरानी, पूरनलाल, रमेश मोदी उनके नेतृत्व में ही प्रत्याशियों की घोषणा होगी। इनके संरक्षण में ही व्यापारी एकता पैनल चुनाव लड़ेगा।