रायपुर। बस्तर फाइटर्स (BASTAR FIGHTERS) भर्ती प्रक्रिया की शुरुआत सोमवार से हो गई है। अभी 9 मई से लेकर 14 मई तक अभ्यर्थियों के दस्तावेजों की जांच होनी है। अभी पूरे संभाग के 7 जिले में 300-300 पदों पर नियुक्तियां होनी है। संभाग के 7 जिलों के 21 सौ पदों के लिए कुल 53336 आवेदन पहुंचे हैं। पहले दिन दस्तावेज सत्यापन के लिए सातों जिलों में कुल 6500 अभ्यर्थियों को बुलाया गया था।
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बस्तर जिले में तो भर्ती की कमान खुद एसपी जीतेंद्र मीणा ने संभाली हुई है। बस्तर फाइटर्स की भर्ती की विशेष बात यह है कि इसमें संभाग के हर जिले में स्थानीय युवाओं को ही मौका दिया जा रहा है। ऐसे में जिन युवाओं ने नक्सलवाद का दंश झेला है और नक्सलवाद के दर्द को करीब से देखा है। वे ही युवा अब नक्सलियों के खिलाफ हथियार उठाएंगे।
अफसरों (BASTAR FIGHTERS) का कहना है कि चूंकि इन भर्तियों में स्थानीय युवा आ रहे हैं ऐसे में अब बस्तर में नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई ज्यादा आसान होगी। दरअसल, स्थानीय युवाओं को स्थानीय बोली-भाषा के साथ-साथ भौगोलिक परिस्थितियों की जानकारी तो है ही साथ ही साथ युवाओं को यह भी पता है कि कौन सा इलाका नक्सलियों का है और किस इलाके में कैसे काम करना है। इसका फायदा फील्ड में मिलेगा ही।
शहर से आवेदन ज्यादा
बस्तर फाइटर्स भर्ती के लिए शहरी इलाकों से ज्यादा आवेदन आए हैं। खासतौर पर जो जिले हाईवे से सटे हैं वहां से सबसे ज्यादा आवेदन पहुंचे हैं। बस्तर फाइटर्स में भर्ती होने के लिए सबसे ज्यादा आवेदन कांकेर जिले से पहुंचे हैं। इसके अलावा दूसरे नंबर पर कोंडागांव जिला है। धुर नक्सल प्रभावित इलाकों से भी हजारों युवाओं ने आवेदन दिए हैं।
वैरिफिकेशन 14 मई तक
एसपी जितेंद्र मीणा ने बताया कि हमने टारगेट (BASTAR FIGHTERS) बनाया है कि हर रोज 12 सौ अभ्यर्थियों के दस्तावेजों की जांच करें लेकिन पहले दिन टारगेट से 65 प्रतिशत अभ्यर्थी पहुंचे। हम अभ्यर्थियों को 14 मई तक का समय दे रहे हैं इस दौरान वे किसी भी दिन आकर अपने दस्तावेजों की जांच करवा सकते हैं। इसके बाद आगे की प्रक्रिया शुरू होगी।