पटना / बिहार में सभी पार्टी अपने धुंआ धार प्रचार में लगी है ऐसे में हर दल खुद को बेहतर साबित करने की होड़ में है। ऐसे में विपक्ष में बैठे तेजस्वी यादव (tejashwi yadav) ने सार्वजानिक रूप से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज कस्ते हुए कहा है। “नीतीश जी का पहला और आखिरी प्यार कुर्सी से चिपके रहना है” उनको बताना चाहिए कि वो बेरोज़गारी कैसे दूर करेंगे। वो बेरोज़गारी,गरीबी और भुखमरी पर क्यों नहीं बोलते। बिहार के लोग जान रहे हैं कि अगर NDA को नहीं हराया गया तो आगे भी बेरोज़गारों के लिए ऐसी सरकार कुछ नहीं करेगी.
नीतीश जी का पहला और आखिरी प्यार कुर्सी से चिपके रहना है उनको बताना चाहिए कि वो बेरोज़गारी कैसे दूर करेंगे। वो बेरोज़गारी,गरीबी और भुखमरी पर क्यों नहीं बोलते।बिहार के लोग जान रहे हैं कि अगर NDA को नहीं हराया गया तो आगे भी बेरोज़गारों के लिए ऐसी सरकार कुछ नहीं करेगी: तेजस्वी यादव pic.twitter.com/4i5hTNerrG
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 18, 2020
इतना ही नहीं तेजस्वी यादव(tejashwi yadav) ने यह भी कहा कि सत्ता के लालच में नीतीश-भाजपा ने बिहार की दो पीढ़ियों को बर्बाद कर दिया है। CM की ग़लत नीतियों और निर्णयों की वजह से आज बिहार बेरोजगारी का मुख्य केंद्र बन चुका है। करोड़ों युवाओं का जीवन अंधकारमय है। इस महत्वपूर्ण और ज्वलंत मुद्दे पर मुख्यमंत्री कभी क्यों नहीं बोलते??आदरणीय नीतीश कुमार जी थक चुके है। येन केन प्रकारेण कुर्सी से चिपक कर उम्र बिताने के सिवाय उनके जीवन का अब कोई ध्येय नहीं है।
ये है बिहारी अंदाज़
बता दे कि तेजस्वी यादव (tejashwi yadav) इस बार प्रचार के दौरान खुले रूप से नीतीश कुमार को टारगेट कर रहे है उन्होंने जनता से भी बिहार ने थकाऊ, उबाऊ और बिकाऊ सरकार को हटाने का प्रण लेने का वादा किया है। बेलहर, कटोरिया, झाझा विधानसभा क्षेत्रों में चुनावी सम्बोधन में तेजस्वी ने कहा कि बेरोज़गारी, भुखमरी, पलायन और ग़रीबी से बिहार बेहाल है।
आज कहलगाँव, भभुआ, जगदीशपुर, शाहपुर, बढ़हरा और संदेश विधानसभा क्षेत्रों में चुनावी जनसभाओं को संबोधित किया।
बिहार ने थकाऊ, उबाऊ और बिकाऊ सरकार को हटाने का प्रण ले लिया है। बेरोज़गारी, भुखमरी, पलायन और ग़रीबी से बिहार बेहाल है। 15 साल में #का_किये_हो जी? pic.twitter.com/rPZLaaaZV1
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) October 16, 2020
अपने बिहारी बाबू अंदाज़ में तेजस्वी मंच से ही पूछते दिख रहे हैं कि 15 साल में #का_किये_हो जी?उन्हें युवाओं, किसानों, मज़दूरों, छात्रों, महिलाओं और ग़रीबों की कोई चिंता नहीं है। वो कुर्सी को ही प्रथम और अंतिम सत्य मान चुके है।जिस एनडीए सरकार ने पंद्रह साल में रोज़गार नहीं दिया वह अब क्या देगी? युवा विरोधी नीतीश सरकार हटाएँगे और पहली कैबिनेट में पहली कलम से बेरोजगारों को 10 लाख नौकरियाँ देंगे।