रायपुर। मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने राज्य में खोले जा रहे एकलव्य विद्यालयों में छात्रों की सुवधिाओं पर विशेष ध्यान देने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिये है।
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मुख्य सचिव ने अधिकारियों से कहा कि एकलव्य विद्यालय ऐसे सुगम स्थान पर स्थापित करें जहां छात्रों को आने जाने में असुविधा नही हो। मुख्य सचिव ने जिला कलेक्टरों को निर्देश दिये कि विद्यालय जहां स्थापित किये जा रहे है वहां पर भूमि इत्यादि के लिए सभी जरूरी औपचारिकताएं पूरी करवाये।
गौरतलब है कि भारत शासन द्वारा छत्तीसगढ़़ में 50 नए एकलव्य विद्यालय अदिवासी क्षेत्रों में स्वीकृत किये है। इन आवासीय विद्यालयों में कक्षा 6वीं से 12वीं तक के बच्चें शिक्षा प्राप्त करेंगे।
प्रत्येक विद्यालय में 420 बच्चों को शिक्षा प्रदान करने का प्रावधान है। मुख्य सचिव ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए एकलव्य विद्यालयों के संबंध में अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली।
इन स्थानों में खुलेंगे एकलव्य विद्यालय
बैठक में अनुसूचित जाति जनजाति विकास विभाग के अधिकारियों ने बताया कि छत्तीसगढ़ में 50 एकलव्य विद्यालयों का स्थापना की जा रही है। इनमें बलरामपुर, बीजापुर, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही, बस्तर में एकलव्य विद्यालय खोला जा रहा है।
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इसके आलावा गरियाबंद, कोण्डागांव, कोरबा, कोरिया, रायगढ़, राजनांदगांव और सुकमा में भी एकलव्य स्कूल खुलेगा। साथ ही साथ प्रदेश के सूरजपुर जिला, सरगुजा, कांकेर, नारायणपुर जिले में भी एकलव्य विद्यालय खोला जा रहा है।