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प्रदेश में सीनियर आइएएस अफसरों की निगरानी में सरकारी योजनाओं को पटरी पर लाने की कवायद

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बिलासपुर। राज्य शासन की महत्वाकांक्षी योजनाओं (BILASPUR NEWS) के क्रियान्वयन के साथ ही इसका फायदा वास्तविक हितग्राहियों को दिलाने के लिए राज्य सरकार अब गंभीर नजर आने लगी है। प्रदेश के सभी जिलों के लिए अपर मुख्य सचिव से लेकर विशेष सचिव स्तर के 28 सीनियर आइएएस अधिकारियों को जिले के प्रभारी सचिव की जिम्मेदारी सौंपी गई है। खास बात ये कि अधिकांश सीनियर आइएएस अफसर अपने टर्म के दौरान उन जिलों या पड़ोसी जिले के कलेक्टर के पद पर कार्यरत रहे हैं।

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कलेक्टर के रूप में (BILASPUR NEWS)  कामकाज का अच्छा खासा अनुभव प्रभार वाले जिले या फिर पड़ोसी जिले की है। गौरव द्विवेदी को बिलासपुर जिले का प्रभारी सचिव बनाया गया है। द्विवेदी बिलासपुर जिले में कलेक्टर के पर रहे हैं। लंबे समय पर कलेक्टर रहने के कारण जिले की भौगोलिक स्थिति,राजनीतिक परिस्थितियों के साथ ही सरकारी अमले की कार्यसंस्कृति का अच्छा खासा अनुभव रखते हैं। खास बात ये कि जब वे बिलासपुर के कलेक्टर के पद पर काबिज थे तब मुंगेली जिले का गठन नहीं हुआ था। अविभाजित बिलासपुर जिले का हिस्सा हुआ करता था। जाहिर है उनको बिलासपुर के अलावा मुंगेली जिले की भौगोलिक परिस्थितियों की भी अच्छी खास जानकारी है।

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अन्बलगन पी जांजगीर चांपा जिले के कलेक्टर के पद पर काबिज थे। वहां से उनका तबादला बिलासपुर जिला कलेक्टर के पद पर हुआ था। पहले जांजगीर चांपा और फिर बिलासपुर जिले के कलेक्टर पद पर रहने के दौरान कोरबा जिले की जानकारी उनके पास पहले से ही थी। पी दयानंद बिलासपुर कलेक्टर के पद पर काबिज रहे हैं। लंबे समय तक काम करने का अनुभव रहा है। वर्तमान में उनको सूरजपुर जिले का प्रभारी बनाया गया है। बिलासपुर से पहले कोरबा जिले के कलेकटर के पद पर काबिज रहे हैं।

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मनोज पिंगुजा सरगुजा जिले के कलेक्टर (BILASPUR NEWS)  के पद पर काबिज रहे हैं। उनको जिले के प्रभारी सचिव की जिम्मेदारी दी गई है। सरगुजा में कलेक्टर के पद पर रहने के दौरान केंद्र व राज्य शासन की योजनाओं के क्रियान्वयन को लेकर जमकर काम किया था। जिले के प्रभारी सचिव की जिम्मेदारी मिलने से योजनाओं के क्रियान्वयन को गति मिलने की संभावना देखी जा रही है।