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BREAKING: भिलाईखुर्द में बनेगा एनीकट, बुझेगी 23 हजार आबादी की प्यास

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कोरबा। दर्रीबांध के दायी तट नहर में भिलाई खुर्द (KORBA NEWS) के निकट 1.60 करोड़ की लागत से शहर का दूसरा एनीकट तैयार होगा। इसके लिए जल संसाधन को राज्य शासन से स्वीकृति मिल गई है। इससे न केवल मानिकपुरबस्ती में रहने वाले करीब 23 हजार लोगों की प्यास बुझेगी बल्कि आसपास के छह गांवों के 1600 असिंचित जमीन को सिंचाई की सुवधिा मिलेगी। कार्य को मूर्तरूप देने के लिए जल संसाधन विभाग ने सर्वे का कार्य शुरू कर दिया है।

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जिले में बांगो बांध के अस्तित्व में होने के बाद भी सिंचाई सुविधा के मामले में दिया तले अंधेरा जैसी स्थिति हैं। वृहत सिंचाई परियोजना होने के बाद भी जिले के केवल करतला विकासखंड को इससे सिंचाई की सुविधा मिलती हैं। बांगो परियोजना से करतला के 1400 एकड़ कृषि भूमि में सिंचाई की सुविधा मिल रही। पहली बार सिंचाई सुविधा के लिए कोरबा विकासखंड को भी शामिल किया गया है। दादरखुर्द में एनीकट बनने से शहर के निकट कृषि भूमि से जुड़े छह गावों को लाभ मिलेगा। इनमें भिलाई खुर्द के अलावा, रापाखर्रा, कुदरी, पंडरीपानी, करमंदी, बेंदरकोना शामिल हैं। इन गांव के 1600 एकड़ कृषि भूमि के लिए सिंचाई सुविधा शुरू हो सकेगी।

लिफ्ट एरिगेशन का प्रस्ताव हो चुका है निरस्त

खेतों तक पानी पहुंचने (KORBA NEWS) के लिए पूर्व में जल संसाधन विभाग ने लिफ्ट एरिगेशन की मांग शासन से की थी। यह पद्धति असफल होने की वजह से इस प्रस्ताव को निरस्त कर दिया। अब एनीकट की सुविधा बेहतर विकल्प साबित होगा। भिलाई खुर्द की तरह भादा, तरदा से लगी कृषि भूमि के लिए सिंचाई सुविधा को विस्तारित किया जा सकता है। सिंचाई सुविधा के अभाव में खेतों में ग्रीष्म फसल लेना संभव नहीं है। नहर विस्तार से लोगों को दोहरा फसल का लाभ मिलेगा।

रेलवे पटरी ने रोकी सिंचाई का विस्तार

दर्री बांध से निकलने वाली दायी और बायीं तट नहर (KORBA NEWS) के नीचे पड़ने वाले खेतों को सिंचाई सुविधा देने के रेलवे पटरी बाधा बन रही है। रीवांपार और फरसवानी के निकट खेतों में पानी पहुंचाने के लिए शाखा नहर बनाया गया है। इस नहर को विस्तार देकर 800 एकड़ से अधिक खेतों को पानी देने के लिए जल संसाधन विभाग रेलवे से अनुमति मांगी है। तीन साल बाद भी अनुमति नहीं मिलने के कारण किसान सिंचाई सुविधा से वंचित हैं। रेलवे विभाग से स्वीकृति केंद्र शासन से जुड़ा मसला होने के कारण स्वीकृति में देरी हो रही है।

जर्जर नहर का समय पर होगा मरम्मत

दर्री बांध से जलापूर्ति (KORBA NEWS) के लिए निर्मित नहरों में दायीं तट नहर शहर के बीच से होकर गुजरती हैं। नहर मार्ग में भारी वाहनों का दबदबा है। जिससे इसके दोनों छोर के स्लैब जगह-जगह से उखड़ चुके हैं। एनीकट का निर्माण भले ही जल संसाधन विभाग करेगा, लेकिन संचालन की जिम्मेदारी निगम प्रशासन को दी जाएगी। जल आपूर्ति से मिलने वाली राजस्व से जर्जर नहर का समय पर मरम्मत होगा। विभाग को राज्य शासन से जलापूर्ति पर निर्भर होना नहीं होना पड़ेगा।