दिल्ली। राजद (RJD) को एक बड़ा झटका लगा। दरअसल पार्टी की बिहार राज्य इकाई के प्रमुख जगदानंद सिंह के बेटे अजीत सिंह अन्य नेताओं के साथ पटना में जदयू में शामिल हो गए।
जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह द्वारा पार्टी में स्वागत किए जाने के बाद, उन्होंने विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए 10% आरक्षण के विरोध का हवाला देते हुए कहा कि राजद (RJD) एक ऐसी पार्टी नहीं थी जो सभी समुदायों को पूरा करती हो। बता दें कि फिलहाल उनके भाई सुधाकर सिंह रामगढ़ विधानसभा सीट से राजद विधायक हैं। उनके शामिल होने को बिहार के सीएम नीतीश कुमार के लिए एक बड़ा बढ़ावा माना जा रहा है।
भैयाजी ये भी देखे: PFI ने घटना को बताया पूर्व नियोजित, हिंदुत्व के गुंडों’ पर लगाए गंभीर आरोप
बीजेपी-जदयू में दरार
पिछले कुछ महीनों में, भाजपा और जदयू शराबबंदी, कानून-व्यवस्था की स्थिति और जाति जनगणना सहित कई मुद्दों पर आमने-सामने हैं। यह दरार हाल ही में तब और बढ़ गई जब 2025 के बाद बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में नीतीश कुमार के भविष्य को लेकर बीजेपी और जदयू में तनातनी हो गई।
मंगलवार को मीडिया से चर्चा करते हुए बिहार भाजपा अध्यक्ष संजय जायसवाल ने संकेत दिया कि उनकी पार्टी 2025 के विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार (RJD) को एनडीए के सीएम चेहरे के रूप में पेश करने की अपनी रणनीति पर पुनर्विचार कर सकती है। मई 2014 और फरवरी 2015 के बीच की छोटी अवधि को छोड़कर, पूर्व जदयू प्रमुख 2005 से बिहार के मुख्यमंत्री हैं।