दिल्ली। मार्च में गर्मी ने 122 सालों का रिकॉर्ड तोड़ा था, और अप्रैल के महीने में उससे भी ज्यादा गर्मी पड़ने वाली है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अनुमान जताया है कि अप्रैल का महीना मार्च से कहीं अधिक गर्म रहेगा और तापमान भी सामान्य से अधिक रहेगा।
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IMD के मुताबिक मार्च की तुलना में अप्रैल में भीषण गर्मी वाली परिस्थितियां कहीं अधिक होंगी और कुछ हिस्सों में 15 अप्रैल तक लू चलना जारी रहने की उम्मीद है। खास तौर पर उत्तर पश्चिम भारत और इससे लगे मध्य भारत के इलाकों में अप्रैल में अधिक भीषण गर्मी (Heat Wave) पड़ने और अक्सर ‘लू’ (Severe Heat) चलने का पूर्वानुमान है।
उत्तर-पश्चिम भारत में गर्मी बढ़ गई
आईएमडी के अधिकारियों ने बताया कि लंबे समय तक मौसम शुष्क के कारण उत्तर-पश्चिम भारत में गर्मी बढ़ गई है। IMD के मुताबिक भीषण गर्मी पड़ने की मौजूदा लहर मुख्य रूप से पश्चिमी राजस्थान और इससे लगे गुजरात के इलाकों तथा पश्चिम मध्यप्रदेश के ऊपर 27 मार्च से शुरू हुई थी। यह 29 मार्च तक पूर्वी राजस्थान, पूर्वी मध्यप्रदेश, दक्षिण हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के दक्षिणी हिस्सों तक विस्तारित हो गयी।
एक सप्ताह तक राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं
अगर राजधानी दिल्ली की बात करें तो यहां तपिश लगातार बढ़ती ही जा रही है। दिल्ली में अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने का अनुमान जताया गया है और शनिवार तक इसके 43 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने का अंदेशा है। IMD के अनुसार, कम से कम एक सप्ताह तक राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं है। मार्च के आखिरी सप्ताह से ही दिल्ली में भीषण गर्मी का दौर जारी है और अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक रहा है। आपको बता दें कि मैदानी इलाकों में, भीषण गर्मी उस वक्त घोषित की जाती है, जब तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो जाता है और न्यूनतम तापमान सामान्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस अधिक रहता है।