दिल्ली। शोपियां में कश्मीरी पंडित (Kashmiri Pandit) पर आतंकवादी हमले पर जम्मू-कश्मीर के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता निर्मल सिंह ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने ‘द कश्मीर फाइल्स’ के खिलाफ सवाल उठाने के लिए राजनीतिक दलों को निशाने पर लिया और राजनेताओं से पूछा कि वर्तमान घटना के बारे में उनका क्या कहना है? उन्होंने यह भी कहा कि समय की मांग है कि एक समिति का गठन किया जाए और कश्मीरी पंडितों के नरसंहार की जांच की जाए।
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निर्मल सिंह ने कहा “इतने सारे अत्याचारों के बाद भी, वह कश्मीर में अपने घर में रह रहा था और हमलावर कश्मीर और पाकिस्तान दोनों के होने चाहिए- मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूं। मैं उन सभी लोगों से पूछना चाहता हूं जिन्होंने द कश्मीर फाइल्स के खिलाफ सवाल उठाए, चाहे वह कांग्रेस हो या आप के अरविंद केजरीवाल की विधानसभा में कही बातें, इस घटना पर आपका क्या कहना है? फारूक अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती जिन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब जख्मों (Kashmiri Pandit) को याद करने की जगह जख्मों को सुधारना चाहिए था, आपको क्या करना है क्या सोनू की हालत और खराब हो सकती थी, क्या वे इसके लिए सड़क पर उतरेंगे? समय की मांग है कि कश्मीर नरसंहार के लिए एक आयोग बनाया जाए।”
आतंकवादियों ने कश्मीरी पंडित विक्रेता पर चलाईं गोलियां
अधिकारियों के अनुसार, आतंकवादियों ने सोमवार को जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में एक कश्मीरी पंडित दुकानदार पर गोलीबारी की और उसे घायल कर दिया। तत्काल चिकित्सा सहायता प्राप्त करने के बाद, व्यक्ति को बेहतर उपचार के लिए श्रीनगर रेफर कर दिया गया। पीड़ित की पहचान शोपियां के चोटिगम गांव (Kashmiri Pandit) के सोनू कुमार बालीजी के रूप में हुई है, जिसके हाथ और पैर में चोटें आई हैं। उसे श्रीनगर के एक सैन्य अस्पताल में ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसकी हालत स्थिर बताई। कथित तौर पर, बालीजी अपने पैतृक गांव में एक मेडिकल शॉप चला रहे थे। अधिकारियों ने कहा कि कश्मीरी पंडित विक्रेता पर हमले की सूचना मिलने पर सेना और पुलिस के जवान गांव पहुंचे।