spot_img

चैत्र नवरात्रि 2022 : किस दिशा में करनी होगी ज्योति कलश की स्थापना, ये है शुभ मुहूर्त

HomeCHHATTISGARHचैत्र नवरात्रि 2022 : किस दिशा में करनी होगी ज्योति कलश की...

 

रायपुर। चैत्र माह की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से चैत्र नवरात्रि 2022 का त्योहार मनाया जाता है। इस दौरान मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की विधि-विधान के साथ पूजा की जाती है। इस साल चैत्र नवरात्रि का त्योहार शनिवार, 2 अप्रैल 2022 से शुरू होगा और सोमवार, 11 अप्रैल 2022 को समाप्त होगा। मां दुर्गा को सुख, समृद्धि और धन की देवी माना जाता है।

इस नवरात्रि में शतचंडी का प्रयोग भी फलदाई रहता है जिसमें सभी प्रकार की मनोकामनाएं पूर्ण होती है। दुर्गा पाठ के मंत्रों में संपुटित लगाकर पाठ करने का महत्व अलग ही बताया गया है। जिसमें सभी बाधाओं के मंत्र भी बताए गए हैं।
चैत्र नवरात्र पर जानकारी देते हुए स्वामी राजेश्वरानंद ने कहा कि नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा के 9 स्वरुपों की पूजा करने से व्यक्ति की हर मनोकामना पूरी होती है। जो भक्त पूरी श्रद्धा से मां दुर्गा की पूजा करता है उसे माता का खास आशीर्वाद प्राप्त होता है।

घट स्थापना का मुहूर्त

स्वामी राजेश्वरानंद ने कहा कि चैत्र नवरात्रि के दौरान घटस्थापना का शुभ मुहूर्त शनिवार, 2 अप्रैल 2022 को सुबह 06 बजकर 22 मिनट से 08 बजकर 31 मिनट तक शुभ होगा।
वहीं घट स्थापना के लिए अभिजित मुहूर्त 12 बजकर 08 मिनट से 12 बजकर 57 मिनट तक इस नवरात्र की प्रतिपदा तिथि पर है।

किस दिशा में रखे ज्योती कलश

चैत्र नवरात्रि 2022 के दौरान घटस्थापना उत्तर या पूर्व दिशा में करना चाहिए। ऐसा करने से घर में सुख और समृद्धि आती है।
नवरात्रि के दौरान बहुत से लोग 9 दिनों तक घर में अखंड ज्योति जलाते हैं। इसे आप सिर्फ माता के ही आगे नहीं बल्कि घर में कहीं भी जला सकते हैं, ध्यान रहे कि अखंड ज्योति को हमेशा घर की आग्नेय कोण दिशा में रखा जाना चाहिए। 9 दिनों तक इस दिशा में अखंड ज्योति जलाने से घर में सकारात्मकता आती है, साथ ही आपको शत्रुओं से छुटकारा मिलता है। ऐसा करने से शत्रु आपपर हावी नहीं होते। इससे घर में होने वाले कलह भी दूर होते हैं।

चैत्र नवरात्रि 2022 के विशेष उपाय

  • नवरात्रि के दौरान लोग घर में
    माता के पदचिह्न लगाते हैं। दिवाली पर भी यह ऐसा किया जाता है, लेकिन कई बार लोग इन्हें लगाते समय गलती कर देते हैं और इन पदचिह्नों को घर से बाहर की और जाते हुए लगाते हैं। यह काफी गलत माना जाता है। ऐसे में माता के पदचिह्नों को घर के अंदर आते हुए लगाना चाहिए। इससे आपके घर में धन का आगमन होगा।
  • अगर आप चाहते हैं कि हर जगह आपका मान-सम्मान किया जाए और आपका मन शांत रहे तो इसके लिए नवरात्रि के दौरान घर की उत्तर दिशा की तरह ओम का चिह्न बनाने से आपको काफी फायदा मिलेगा। ऐसा करने से आपके मान-सम्मान में बढ़ोतरी होगी और मन शांत और खुश रहेगा। आप नवरात्रि के बाद भी ओम के इस चिह्न को बनाए रख सकते हैं।
  • नवरात्रि के अष्टमी और नवमी तिथि पर 9 कन्याओं का पूजन किया जाता है। इन नौ कन्याओं को मां दुर्गा के 9 स्वरुपों के समान माना जाता है। ऐसे में इस साल अष्टमी और नवमी तिथि पर कन्या पूजन करते समय उन्हें दक्षिण दिशा की ओर बैठाएं। ऐसा करने से आपके घर में सकारात्मकता आती है और आपके मान-सम्मान में भी बढ़ोतरी होगी।