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भारतीय सभ्यता और संस्कृति का प्रतीक है सदानी तीर्थ : सीएम बघेल

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रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (CM BHUPESH BAGHEL) शनिवार को शदाणी दरबार में आयोजित वार्षिक समारोह में शामिल हुए। समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि शदाणी दरबार तीर्थ में आयोजित इस भव्य वार्षिक समारोह में शामिल होने का आज मुझे सौभाग्य मिला है। इस समारोह में देश-विदेश के लाखों लोग शामिल होने की लालसा रखते हैं तथा बड़ी संख्या में लोग दरबार तीर्थ के दर्शन के लिए छत्तीसगढ़ आते हैं। छत्तीसगढ़ का यह भी सौभाग्य है कि शिव अवतारी सद्गुरु संत सदाराम साहिब जी द्वारा स्थापित किए गए सदानी दरबार तीर्थ परंपरा का मुख्य पीठ रायपुर में स्थित है।

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मुख्यमंत्री बघेल (CM BHUPESH BAGHEL) ने कहा कि साधु-संतों के बीच आकर आज मैं धन्य हो गया हूं। साधु संत ही समाज में सुख शांति लाने वाले मानवता को बढ़ाने वाले, भेदभाव दूर करने वाले, दिलों को जोड़ने वाले, मानसिक एवं आत्मिक कल्याण के लिए चिंतन करने वाले होते हैं। संत ही धर्म को मानव धर्म मान कर चलने की प्रेरणा देते हैं।

छत्तीसगढ़ की ख्याति अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढी

इस पीठ के माध्यम से रायपुर और छत्तीसगढ़ की ख्याति अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढी है।यह अध्यात्म का केंद्र होने के साथ-साथ सांस्कृतिक समन्वय और सांस्कृतिक आदान-प्रदान के केंद्र के रूप में विश्व विख्यात है। हम आध्यात्मिक रूप से जितना मजबूत होते हैं हमारी संकल्प शक्ति भी उतने ही मजबूत होती है जीवन के लक्ष्य को हासिल करने का हमारा हौसला बढ़ता है। संघर्षों से लड़ने की ताकत मिलती है ।सिंधी समाज ने अपना व्यापारिक कुशलता से छत्तीसगढ़ के व्यापार और उद्योग जगत को मजबूत किया है ।छत्तीसगढ़ कि आर्थिक प्रगति में सिंधी समाज में योगदान दिया है।

शदाणी दरबार का होना एक आशीर्वाद

छत्तीसगढ़ (CM BHUPESH BAGHEL) में शदाणी दरबार का होना एक आशीर्वाद की तरह है। सिंधी समाज के लोगों के साथ-साथ आम छत्तीसगढ़ को भी दरबार का आशीर्वाद मिलता रहा है। समाज सेवा के माध्यम से दरबार द्वारा जो सामाजिक गतिविधियां संचालित की जाती है, उसका लाभ आम जनों को भी मिल रहा है। यह अवसर दरबार तीर्थ के सप्तम पीठाधीश संत राजाराम साहिब के 62 वें वर्ष महोत्सव का है। संत राजाराम साहेब का जन्म पाकिस्तान में हुआ था लेकिन उन्होंने आध्यात्मिक की ऊंचाइयों को छुआ है जो आज उनका प्रकाश भारत सहित पूरे विश्व में फैल रहा है।