दिल्ली। भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत (Bipin Rawat) को सोमवार को मरणोपरांत भारत के दूसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। जनरल रावत की बेटियां कृतिका और तारिणी ने 21 मार्च को राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से प्रतिष्ठित सम्मान प्राप्त किया।
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भारत ने सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 12 अन्य रक्षाकर्मियों को तमिलनाडु में कुन्नूर के बाहरी इलाके में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में खो दिया था। सुलूर एयर फ़ोर्स बेस से वेलिंगटन (Bipin Rawat) ले जा रहा एक Mi5V17 हेलिकॉप्टर कुन्नूर की एक आवासीय कॉलोनी के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया। दुर्घटना स्थल पर 11 को मृत घोषित कर दिया गया जबकि जनरल बिपिन रावत सहित तीन को अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उन्होंने और एक अन्य ने दम तोड़ दिया। इसके कुछ दिन बाद गंभीर रूप से झुलसे एकमात्र जीवित बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह का भी बेंगलुरु के कमांड अस्पताल में निधन हो गया।
जनरल बिपिन रावत
भारतीय सेना के सबसे सम्मानित अधिकारियों में से एक, बिपिन रावत (Bipin Rawat) ने वर्ष 1978 में 11 गोरखा राइफल्स (5/11 जीआर) की 5 वीं बटालियन में पहली बार कमीशन प्राप्त करके सशस्त्र बलों में अपनी यात्रा शुरू की। सशस्त्र बलों में अपनी वीरता का नेतृत्व करने वाले बहादुर व्यक्ति जनरल के पद तक पहुंचे।
परम विशिष्ट सेवा मेडल (पीवीएसएम), उत्तम युद्ध सेवा मेडल (यूवाईएसएम), अति विशिष्ट सेवा मेडल (एवीएसएम), युद्ध सेवा मेडल (वाईएसएम), सेना मेडल (एसएम) और विशिष्ट सेवा मेडल (वीएसएम) सहित प्रतिष्ठित सैन्य सम्मानों (Bipin Rawat) से सम्मानित किया गया। भारत के सशस्त्र बलों के पहले सीडीएस ने 37वें वाइस चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ, 26वें सेनाध्यक्ष और 57वें चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी के अध्यक्ष के रूप में भी अपनी मातृभूमि की सेवा की है। बाद में 2020 में जनरल बिपिन रावत को पहला चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ नियुक्त किया गया।