दिल्ली। कंधार प्लेन हाईजैक (Kandhar Flight Hijack) की साजिश में शामिल आतंकी जहूर मिस्त्री की पाकिस्तान के कराची में गोली मारकर हत्या कर दी गई। जहूर साल 1999 में एयर इंडिया के विमान आईसी-814 के अपहरण में शामिल था। अखुंद कराची की अख्तर कॉलोनी के अंदर स्थित क्रिसेंट फर्नीचर का मालिक था। मिस्त्री कई सालों से फर्जी पहचान के तहत कराची में रह रहा था।
सरकारी सूत्रों के मुताबिक मिस्त्री कराची की अख्तर कॉलोनी (Kandhar Flight Hijack) में काम कर रहा था। जहूर आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा था। जैश के इस आतंकवादी पर हमला करने वाले दो हमलावर बाइक से आए थे। सीसीटीवी फुटेज में ये दोनों हमलावर दिखाई दिए हैं। इन दोनों ने ही अपने चेहरे पर मास्क लगाया हुआ था इसलिए उनकी पहचान नहीं हो पाई। खबरों के मुताबिक रऊफ असगर कराची में अखुंद के अंतिम संस्कार में शामिल हुआ। असगर जैश-ए-मोहम्मद के ऑपरेशनल चीफ और जैश चीफ मसूद अजहर का भाई है।
इंडियन एयरलाइंस के विमान आईसी-814 ने काठमांडू स्थित त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (Kandhar Flight Hijack) से दिल्ली के हवाई अड्डे के लिए उड़ान भरी थी। लेकिन जैसे ही विमान शाम के साढ़े 5 बजे भारतीय हवाई क्षेत्र में दाखिल हुआ, तभी आतंकियों ने गन प्वाइंट पर विमान को हाईजैक कर लिया और वे विमान को अमृतसर, लाहौर और दुबई होते हुए कंधार, अफगानिस्तान ले गए।