spot_img

एमके स्टालिन ने द्रविड़ मॉडल फैलाने का लिया संकल्प, कहा- ‘मैं इसे अपना मिशन बनाउंगा

HomeNATIONALएमके स्टालिन ने द्रविड़ मॉडल फैलाने का लिया संकल्प, कहा- ‘मैं इसे...

दिल्ली। द्रमुक प्रमुख और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन (MK Stalin) ने द्रविड़ मॉडल (Dravidian model) का प्रचार करते हुए इसे पूरे भारत में फैलाने का संकल्प लिया है। अपनी आत्मकथा ‘उंगलिल ओरुवन’ के विमोचन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए स्टालिन ने दावा किया कि भारत विभाजनकारी ताकतों से खतरे का सामना कर रहा है इसलिए सभी को एकजुट हो जाना चाहिए।

इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने ‘सब के बीच एक’ बने रहने का संकल्प लेते हुए ऊंचे पद की मांग का भी संकेत दिया है। गौरतलब है कि इस कार्यक्रम में राहुल गांधी, उमर अब्दुल्ला और तेजस्वी यादव  जैसे विपक्षी नेताओं ने भाग लिया था।

भैयाजी यह भी देखे: GST : फरवरी में 1,33,026 करोड़ का कलेक्शन, 5वीं बार पार हुआ संग्रहण का आंकड़ा

स्टालिन (MK Stalin) ने कहा- “हमारा भारतीय संघ विभाजनकारी ताकतों से एक बड़े खतरे का सामना कर रहा है। हम सभी को उन्हें हराने और भारत के संस्थापक सिद्धांतों की रक्षा करने के लिए एक साथ आना चाहिए। मैं पूरे भारत में द्रविड़ मॉडल सिद्धांत के बीज बोने को अपना मिशन बनाउंगा। हमेशा – हमेशा के लिए – किसी भी स्थिति में – किसी भी जिम्मेदारी में, भले ही आप सभी मुझे ऊंचे स्थान पर ले जाएं, मैं आप में से एक हूं।”

तमिलनाडु में सबसे ज्यादा आरक्षण

इसी तरह, बिहार के विपक्षी नेता तेजस्वी यादव ने भी द्रविड़ राजनीति की सराहना की और कहा, “द्रविड़ राजनीति का प्रक्षेपवक्र और सामाजिक न्याय और समानता के प्रति इसकी प्रतिबद्धता सभी को गौरवान्वित करती है। तमिलनाडु में सबसे ज्यादा आरक्षण है और यह सभी मानव विकास संकेतकों में सबसे ऊंचा स्थान रखता है इसलिए इसने आरक्षण से जुड़े कई मिथकों को चकनाचूर कर दिया है। हम सभी उम्मीद से तमिलनाडु राज्य की ओर देखते हैं।”

जम्मू-कश्मीर जैसा विभाजन किसी भी राज्य में हो सकता

साथ ही, जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम ने चेतावनी दी कि जम्मू-कश्मीर जैसा विभाजन किसी भी राज्य में हो सकता है। उन्होंने कहा, “जो जम्मू और कश्मीर में होता है, वो वही खत्म (MK Stalin) नहीं होता। जम्मू-कश्मीर का एक्सपेरिमेंट बाकी राज्यों में हो सकता है। भारत में पहली बार एक राज्य को केंद्र शासित प्रदेश में बदल दिया गया था, वो भी उस राज्य के लोगों की सहमति के बिना। जो हमें एकजुट करता है वह है भारत का विचार जिसकी मुझे उम्मीद है कि हम सब रक्षा कर सकते हैं”। राहुल गांधी ने भी तमिलनाडु से अपना संबंध साझा करते हुए दावा किया कि ‘मेरा खून तमिल की मिट्टी में मिला हुआ है’।

स्टालिन की आत्मकथा

रिपोर्टस के अनुसार, DMK प्रमुख की आत्मकथा में उनकी जिंदगी के पहले 23 सालों का वर्णन है जिसमें उनका स्कूली जीवन, कॉलेज के साल और MISA के तहत 1975 की इमरजेंसी के दौरान जेल में बिताया समय शामिल है। इस कार्यक्रम में मशहूर कवि वैरामुथु, एक्टर सत्यराज और द्रमुक के प्रमुख- टीआर बालू, दुरई मुरुगन, उदयनिधि स्टालिन और कनिमोझी भी शामिल थे।