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केंद्रीय संयुक्त सचिव ने देखा स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल, थपथपाई पीठ…

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रायपुर। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के स्कूल शिक्षा एवम साक्षरता विभाग के संयुक्त सचिव मनीष गर्ग ने राजधानी रायपुर के शहीद स्मारक स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल अवलोकन किया गया। उन्होंने विभिन्न कक्षाओं का निरीक्षण किया। गर्ग ने स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों एवं शिक्षकों से बात की। उन्होंने छात्रों से विषयों से संबंधित कई सवाल पूछे और उनकी जिज्ञासों का भी जवाब दिया। बच्चों की निर्भिकता, आत्माविश्वास और विषय की जानकारी से गर्ग बेहद प्रभावित हुए। संयुक्त सचिव ने पूरे स्कूल की विभिन्न कक्षाओं, स्मार्ट क्लास, भौतिकी, रसायन एवं जीव विज्ञान की प्रयोगशालाओं, खेल कक्ष, पुस्तकालय तथा अन्य सुविधाएं और उपलब्ध संसाधनों सहित पूरे स्कूल परिसर का अवलोकन किया गया।

गर्ग ने राज्य सरकार द्वारा संचालित इस स्कूल और स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल योजना की तारीफ की। इस अवसर पर लोक शिक्षण संचालनालय के संचालक सुनील जैन, डीएमसी के एस पटले, शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, स्कूल के प्राचार्य तथा अन्य स्टाफ भी उपस्थित थे। संयुक्त सचिव गर्ग ने स्कूल की प्रिंसिपल से कहा कि प्राइमरी स्कूल के बच्चों के लिए भी एक पीरियड पुस्तकालय में दिया जाना चाहिए। उन्होंने बच्चों में कम्युनिकेशन क्षमता बढ़ाने और आत्मविश्वास बढ़ाने पर भी जोर दिया। संयुक्त सचिव ने स्मार्ट बोर्ड से पढ़ाई की भी तारीफ की। उन्होंने छत्तीसगढ़ में विद्यार्थियों के लिए क्विज के माध्यम से विषयों को आसानी से सरल रूप में पढ़ाने के अभिनव तरीके को भी सराहा। एक साथ कक्षा के सभी विद्यार्थियों के मुल्यांकन के लिए क्यु.आर कोड स्केनिंग तकनीक और साॅफ्टवेयर की भी गर्ग ने तारीफ की। उन्होने सभी विद्यार्थियों को मन लगाकर पढ़ने, विषय की अच्छी समझ रखने और पढ़ाई के प्रति गंभीर भाव रखने की भी सलाह दी।

गर्ग ने कोरोना काल में भी दूर-दराज के ग्रामीण ईलाकों में बच्चों को पढ़ाई से जोड़े रखने के लिए नवाचार करने वाले शिक्षकों से बात कर उनके द्वारा संचालित गतिविधियों की जानकारी ली। उन्होंने मोहल्ला कक्षा ,अंगना में शिक्षा, पेटी वाली दीदी, नवा जतन, चित्र देखकर कहानी बनाओ सहित अन्य सभी गतिविधियों की तारीफ की। गर्ग ने शिक्षकों की हौसला अफजाही की और कहा कि आपके द्वारा संचालित गतिविधि से कोरोना काल में बच्चों की पढ़ाई प्रभावित नही होना ही आपकी सफलता है। उन्होंने कहा स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक-समाजिक स्तर पर भी कोरोना ने नकारात्मक प्रभाव डाले है, परंतु छत्तीसगढ़ के शिक्षकों के नवाचारों ने बच्चों के सीखने की क्षमता बढ़ाई है। गर्ग ने सभी शिक्षकों की तारीफ की और इसी तरह नवाचार की अपनी गतिविधियों को संचालित करते रहने के लिए शुभकामनाएं भी दी।