नई दिल्ली। इस्पात मंत्रालय के तहत कार्यरत भारत के सबसे बड़े लौह अयस्क उत्पादक राष्ट्रीय खनिज विकास निगम लिमिटेड (NMDC) ने जनवरी 2022 के महीने में 4.56 मीट्रिक टन लौह अयस्क का उत्पादन किया और 4.24 मीट्रिक टन की बिक्री की है। खनन क्षेत्र की प्रमुख कंपनी ने पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में उत्पादन में 18.14% तथा विक्रय में 13.4% की वृद्धि दर्ज की है।
NMDC ने अपनी स्थापना के बाद से किसी भी जनवरी महीने में अब तक का सबसे अधिक लौह अयस्क उत्पादन एवं इसकी बिक्री की है।
जनवरी 2022 के महीने के दौरान की गई बिक्री खदानों की स्थापना के बाद से किसी भी महीने में अब तक की सबसे अधिक बिक्री है।
वित्त वर्ष 22 के पहले दस महीनों के लिए कुल उत्पादन और बिक्री के आंकड़े, जनवरी 2022 तक क्रमशः 32.88 मीट्रिक टन और 32.60 मीट्रिक टन थे। इन आंकड़ों के अनुसार एनएमडीसी का अब तक का सबसे अच्छा 10 महीने में कार्यक्षमता प्रदर्शन दर्ज किया गया है। कंपनी ने पिछले साल की समान अवधि में उत्पादन में 28.14% और विक्रय में 25.34% की वृद्धि हासिल की।
NMDC की एक अच्छी शुरुआत : सुमित देब
एनएमडीसी टीम को एक अन्य महत्वपूर्ण सफलता के लिए बधाई देते हुए एनएमडीसी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक सुमित देब ने कहा कि इस वर्ष के प्रारंभ में यह एक अच्छी शुरुआत रही है और केंद्रीय बजट 2022 में सरकार के निरंतर फोकस तथा बुनियादी ढांचे पर बढ़े हुए खर्च को देखते हुए यह बहुत ही आशाजनक प्रतीत होता है। भारत ने 2021 में इस्पात उत्पादन में 18 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है और आज का बजट इस विकास की कहानी को जारी रखने के लिए एक मजबूत आधार प्रदान करता है।