रायपुर। आय से अधिकारी संपत्ति और सरकार के खिलाफ षडयंत्र रचने के आरोप में पुलिस के हत्थे चढ़े एडीजी जीपी सिंह (GP SINGH) को पूछताछ के बाद मंगलवार को रायपुर कोर्ट में पेश किय गया। कोर्ट ने निलंबित आईपीएस को 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है। प्रदेश के इतिहास में यह पहली बार भैयाजी यह भी देखे: रेडी टू ईट मामले में सरकार के निर्णय को हाईकोर्ट में चुनौती, अगली सुनवाई 27 को हुआ है, कि आईपीएस को जेल में रहना पड़ेगा।
भैयाजी यह भी देखे: रेडी टू ईट मामले में सरकार के निर्णय को हाईकोर्ट में चुनौती, अगली सुनवाई 27 को
परिजन दे रहे खराब स्वास्थ्य की दलील
जीपी सिंह के परिजन और वकीलों का दावा है कि जीपी सिंह (GP SINGH) जांच में पूरी तरह सहयोग कर रहे हैं। पुलिस के प्रेशर की वजह से उनकी तबीयत का स्तर गिर रहा है। ब्लड प्रेशर की समस्या की वजह से जीपी सिंह का स्वास्थ्य ठीक नहीं है। कोर्ट में निलंबित एडीजी के वकील की ये दलीलें ने नहीं चली और कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर जेल में रहने का निर्देश जारी कर दिया।
जाने जीपी सिंह के मामलें में अब तक क्या-क्या हुआ
- 1 जुलाई की सुबह एसीबी-ईओडब्ल्यू की टीम ने जीपी सिंह के निवास के अलावा राजनांदगांव-ओडिशा में एक साथ छापा मारा।
- दो दिन की जांच के बाद उनकी चल-अचल संपत्ति 5 करोड़ बताई गई।
- जीपी सिंह (GP SINGH) के खिलाफ रायपुर कोतवाली पुलिस में राजद्रोह का केस दर्ज किया गया।
- भिलाई के थाना में सरेंडर नक्सली और युवक से मारपीट के मामलें की दोबारा जांच शुरु की गई।
- जुलाई के महीने से ही जीपी की लीगल टीम पुलिसिया कार्रवाई को रोकने की दलीलें हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में पेश कर रहे थे। मगर राहत नहीं मिली।
- जनवरी में उन्हें अब गुरुग्राम से पकड़कर रायपुर पुलिस छत्तीसगढ़ लेकर आई, तब से अब तक पुलिस की कस्टडी में ही जीपी सिंह रह रहे हैं।
- मंगलवार 18 जनवरी को उन्हें न्यायिक रिमांड पर 14 दिन की जेल भेजने का निर्देश न्यायधीश ने दिया है।