रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा का शीतकालीन सत्र हंगामे की भेंट चढ़ गया। पांच बैठकों वाले इस सत्र के समाप्ति की घोषणा महज़ तीसरे दिन ही कर दी गई। सदन में पेश किए गए अनुपूरक बजट के पारित होने के साथ ही साथ, पटल में रखे गए 5 विधयकों को पारित किया गया। जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने आगामी सुचना तक के लिए विधानसभा की कार्यवाही को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी है।
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गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र के आज तीसरे दिन भी प्रश्नकाल में जमकर हंगामा बरपा है। विपक्ष ने धान खरीदी के मुद्दे पर सवाल दागे जिसका जवाब खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने दिए। इधर इसी सवाल जवाब के क्रम में ही खाद्य मंत्री की टिपण्णी को लेकर विपक्ष ने सदन में जमकर हंगामा किया है।
दरअसल पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने धान खरीदी को लेकर सदन के भीतर खाद्य मंत्री अमरजीत भगत से सवाल किए थे। जिसमें खाद्य मंत्री के जवाब से डॉ. रमन असंतुष्ट हुए। जिसके बाद उन्होंने सदन में कहा कि “मंत्री अमरजीत भगत विद्वान मंत्री हैं, जवाब कहीं का कहीं जा रहा है।” सवाल जवाब के दौर में ही मंत्री अमरजीत भगत ने एक विवादित बयान दे दिया, जिसके बाद जमकर हंगामा हुआ।
वहीँ शीतकालीन सत्र का दूसरा दिन भी हंगामे की भेंट चढ़ चूका था। विपक्ष ने प्रश्नकाल के पहले सवाल में ही सरकार की इतनी तगड़ी घेराबंदी की पूरी कार्यवाही ही कल तक के लिए स्थगित करनी पड़ी। विपक्ष की ओर से विधायक अजय चंद्राकर ने प्रधानमंत्री आवास को लेकर प्रश्न किया गया था।
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विधायक अजय चंद्राकर ने प्रधानमंत्री आवास योजना को लेकर तीन सालों में हुए आबंटन, वर्तमान वित्तीय वर्ष में आबंटन, राज्यांश और केन्द्रांश की राशियों के भुगतान और आवश्यकता से जुड़ा एक सवाल किया था। जिसका जवाब सदन में पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री टीएस सिंहदेन ने दिया। पर विपक्ष उनके जवाबों से असंतुष्ट होकर हंगामा करने लगा, जिसके बाद निलंबन भी हुआ आखिरकार सदन की कार्यवाही आगामी दिवस तक के लिए स्थगित करनी पड़ी थी।