धमतरी। दीपावली की खुमारी अभी उतरी ही नहीं थी के कलेक्टर ने अपने तेज़ तर्राट रवैय्ये के साथ सरप्राइज़ चेकिंग अभियान भी शुरू कर दिया।
भैयाजी ये भी देखे : राईस मील में जमी थी जुआरियों की फड़, साढ़े 4 लाख…
सुबह तकरीबन साढ़े 9 बजे कलेक्टर जिला अस्पताल में पहुंचे, जहां उन्होंने बगैर किसी से कोई सवाल जवाब के सीधे ओपीडी की तरफ रुख किया, लेकिन वहां उन्हें डॉक्टरों की कुर्सियां खाली मिली। इसके बाद कलेक्टर ने अस्पताल के तमाम अफसरान और डॉक्टरों को इस बात के लिए जमकर फटकार लगाई।
दरअसल प्रशासनिक कसावट लाने के उद्देश्य से धमतरी जिले के कलेक्टर पी.एस.एल्मा समय-समय पर जिले के विभिन्न क्षेत्रों सहित अस्पताल, स्कूल इत्यादि का औचक निरीक्षण करते रहते हैं। आज इसी कड़ी में कलेक्टर एल्मा ने स्थानीय स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूल बठेना और जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण किया।
वे सुबह नौ बजे स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूल के निरीक्षण के दौरान स्कूल में साफ सफाई सहित अन्य आवश्यक निर्देश प्राचार्य को दिए। साथ ही यहां 15 लाख 26 हजार रूपए की लागत से स्वीकृत अतिरिक्त कक्ष निर्माण कार्य को जल्द से जल्द शुरू करने के निर्देश मौके पर मौजूद कार्यपालन अभियंता, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग को दिए।
जिला अस्पताल से डॉक्टर रहे नदारद
कलेक्टर एल्मा सुबह ठीक 9.30 बजे जिला अस्पताल पहुंचकर, सबसे पहले ओपीडी का मुआयना किया। यहां डॉक्टरों की अनुपस्थिति पर नाराजगी ज़ाहिर करते हुए उन्हें समय पर उपस्थित रहने के सख्त निर्देश दिए। इसके बाद कलेक्टर ने पंजीयन कक्ष का जायजा लिया।
पंजीयन के लिए लोगों की सुविधा के मद्देनजर कलेक्टर ने पंजीयन काउंटर बढ़ाने के निर्देश दिए। इसके लिए उन्होंने कक्ष क्रमांक 06 को कक्ष क्रमांक 13 में शिफ्ट करने और कक्ष क्रमांक 13 को कक्ष क्रमांक 19 में स्थानांतरित करने के निर्देश दिए।
बदलेगी डॉक्टरों की बैठक व्यवस्था
गौरतलब है कि जिला अस्पताल धमतरी के वर्तमान में कक्ष क्रमांक छः में आपातकालीन सेवा के डॉक्टर्स बैठते हैं, जिसे पंजीयन कक्ष बनाया जाएगा। इसी तरह कक्ष क्रमांक 13 में आपातकालीन सेवा के डॉक्टर्स बैठेंगे और कक्ष क्रमांक 19 में ऑफिस और बेड लगाया जाएगा।
साफ-सफाई व्यवस्था दुरूस्त करें
इसके बाद कलेक्टर ने पैथोलॉजी लैब और ब्लड बैंक सहित विभिन्न वार्डों का निरीक्षण कर साफ-सफाई व्यवस्था दुरूस्त करने पर बल दिया।
भैयाजी ये भी देखे : छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध सूफी गायक मदन चौहान को मिला पद्मश्री
इसके अलावा उन्होंने रसोई कक्ष में आवश्यक सुधार करने और निर्माण कार्य कराए जाने के निर्देश दिए। इस दौरान सिविल सर्जन डॉ.यू.एल.कौशिक, आवासीय चिकित्सा अधिकारी, अस्पताल सलाहकार और कार्यपालन अभियंता, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग मौजूद रहे।