मुंगेली। राज्य शासन द्वारा उद्यानिकी फसलो को लगातार बढ़ावा दी जा रही है। इसी तारतम्य में अब उद्यानिकी फसलों को भी राजीव गांधी किसान न्याय योजना (Rajiv Gandhi Kisan Nyay Yojana) में शामिल कर लिया गया है। इस योजना में खरीफ वर्ष 2021 में उद्यानिकी की फसल लगाने वाले किसान ही पात्र होंगे। जिले में अब तक करीब 50 हेक्टेयर हरी सब्जियों की खेती को योजना में शामिल किया गया है।
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नौ हजार रूपए सहायता राशि दी जाएगी
उद्यानिकी खेती करने वाले किसानो को प्रति एकड़ नौ हजार रूपये की आदान सहायता राशि दी जाएगी। उद्यान विभाग के सहायक संचालक (Rajiv Gandhi Kisan Nyay Yojana) ने आज यहां बताया कि धान के बदले कोदो, कुटकी, गन्ना, अरहर, सोयाबीन, दलहन-तिलहन, सुगंधित धान लगाने वाले किसानों को 10 हजार रूपये प्रति एकड़ की दर से प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। धान की खेती में किसानों को पानी की अधिक जरूरत होती है। वहीं श्रम भी अधिक लगता है और अधिक आय भी नहीं हो पाती। अब किसानों को अधिक आय प्रदाय करने के लिए उद्यानिकी फसलों पर जोर दिया जा रहा है। उद्यानिकी खेती करने किसानो को अधिक मुनाफा होगा। कम पानी में फसल तैयार हो जाती है। बाजार भाव की दर से किसान अपनी फसल बेच लेते है। इस खेती को बढावा देने के लिये उद्यान विभाग के माध्यम से किसानो को सब्जी एवं पौधे बांटे जाते है।
पैक हाउस बनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा
किसानो को सब्जी स्टोर कर रखने के लिये अनुदान पर पैक हाउस बनाने के लिए प्रोत्साहित (Rajiv Gandhi Kisan Nyay Yojana) किया जा रहा है। उद्यानिकी फसलो में टमाटर, बैगन, बरबट्टी, करेला, कद्दू वर्गीय, फलदार, वानिकी पौध रोपण पर किसानो को प्रोत्साहन राशि मिलेगी। यह राशि उन्हे लगातार तीन वर्ष तक मिलेगी। इस योजना का लाभ लेने के लिये किसानो को कृषि, उद्यान और राजस्व विभाग में अपना पंजीयन कराना अनिवार्य है।