रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य का विभाजन हुए 1 नवंबर को 21 साल पूरे हो जायेंगे, लेकिन आज तक राज्य में एनसीसी (छात्र सेना) को स्थानीय ग्रुप कमांडर नहीं मिला था, जो सपना आज पूरा होने जा रहा है।
गुरूवार को राज्य में जन्में जगदलपुर में उच्च शिक्षा पूरा करने के बाद फौज में शामिल हुए विशिष्ट सेवा मैडल ब्रिगेडियर एके दास (Brigadier AK Das) एनसीसी के सभी विंग का बतौर छत्तीसगढ़ ग्रुप कमांडर चार्ज संभालेंगे। एक समारोह में दोपहर 1 बजे कोटा स्थित एनसीसी के ग्रुप मुख्यालय में वे अपना पदभार ग्रहण करेंगे।
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कौन हैं विशिष्ट सेवा मैडल ब्रिगेडियर एके दास
छत्तीसगढ़ के बस्तर में Brigadier AK Das जन्में, स्कूली शिक्षा और इंजीनियरिंग महाविद्यालय जगदलपुर के प्रथम बैच के स्नातक 1988 में शिक्षा के बाद 1989 में फ़ौज में टेक्निकल कोर (स्पेशलिस्ट्स ब्रिज रेजिमेंट) में अधिकारी बने, जो बस्तर क्षेत्र के पहले फौजी अधिकारी हैं।
इनकी मुख्य पदस्थापना
2006 में कुरुक्षेत्र में बोरबेल में गिरे `प्रिंस` को बचाने के लिए चलाए गए अभियान के मुखिया के रुप मे 48 घण्टे की मशक्कत के बाद सकुशल निकालना शामिल है। लद्दाख में वर्ष 2006 से 2008 तक टास्क फोर्स कमांडर, श्रीनगर में वर्ष 2015 से 2018 मुख्य अभियंता वीकन प्रोजेक्ट, सीमा सड़क संगठन, डीडीजी टेक्निकल प्लानिंग वर्ष 2017 से 2019 एवम वर्ष 2019 से यहां आने तक मुख्य अभियंता भोपाल जोन रहे।
राज्य के युवाओं को फौज में जाने के लिए प्रेरित करना उद्देश्य
विशिष्ट सेवा मैडल ब्रिगेडियर एके दास (Brigadier AK Das) ने बताया 31 वर्ष फ़ौज में अलग-अलग जगह सेवा के बाद अपने मूल राज्य में आने का मौका मिला है। छतीसगढ़ के युवा एनसीसी के माध्यम से अच्छा प्रशिक्षण प्राप्त कर फ़ौज में जाएं, अच्छे अनुशासित, नागरिक बने, इनकी हिस्सेदारी फ़ौज में बढ़े इस पर ध्यान दिया जायेगा।