राजनांदगांव। छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में राजीव गांधी किसान न्याय योजना (Rajiv Gandhi Kisan Nyay Yojana) के अंतर्गत फसल विविधीकरण की ओर किसानों का रूझान बढ़ा है। धान के बदले दलहन व तिलहन तथा अन्य फसल का रकबा 1236.672 हेक्टेयर बढ़ा है। 2 हजार 832 किसानों ने धान के बदले अन्य फसले ली है।
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शासन की ओर से लघु धान्य फसलों को राजीव गांधी किसान न्याय योजना के दायरे में लाया गया है। जिसकी वजह से जिले में किसान फसल परिवर्तन के लिए प्रेरित हुए हैं। रागी, कोदो, कुटकी जैसे लघु धान्य फसलें स्वास्थ्य के लिए पौष्टिक व औषधीय गुणों से भरपूर है। मार्केट में भी इनकी अच्छी डिमांड है। वहीं दलहन, तिलहन की फसलों का भी रकबा बढ़ा है। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा के मार्गदर्शन में कृषि विभाग की ओर से धान के बदले अन्य फसलों को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रोत्साहित (Rajiv Gandhi Kisan Nyay Yojana) किया जा रहा है।
इतने हेक्टेयर में हो रही खेती
राजीव गांधी किसान न्याय योजनांतर्गत (Rajiv Gandhi Kisan Nyay Yojana) 1 हजार 38 किसानों ने 470 हेक्टेयर में सुगंधित धान, 12 किसानों ने 11.458 हेक्टेयर में जिंक धान, 208 किसानों ने 156.66 हेक्टेयर में जैविक धान, 198 किसानों ने 51.151 हेक्टेयर में मक्का, 343 किसानों ने 149.03 हेक्टेयर में कोदो-कुटकी, 60 किसानों ने 10.866 हेक्टेयर में रागी,
525 किसानों ने 179.9 हेक्टेयर में अरहर, 170 किसानों ने 52 हेक्टेयर में उड़द, 70 किसानों ने 21 हेक्टेयर में तिल, 98 किसानों ने 41.12 हेक्टेयर में सोयाबीन, 6 किसानों ने 2.594 हेक्टेयर में अन्य फसल, 17 किसानों ने 26.148 हेक्टेयर में केला, 14 किसानों ने 22.108 हेक्टेयर में पपीता, 12 किसानों ने 9.003 हेक्टेयर में वृक्षारोपण, 61 किसानों ने 33.634 हेक्टेयर में उद्यानिकी फसलें लगाई है।