कवर्धा। कवर्धा शहर में अमन, चैन एवं शांति व्यवस्था को पुनः स्थापित करने और कर्फ्यू में धीरे-धीरे शिथिलता लाने सर्व समाज के प्रमुख, कवर्धा चेंबर ऑफ कामर्स तथा व्यापारी संगठनों द्वारा शांति मार्च का आयोजन किया गया। शांति मार्च में सर्व समाज प्रमुखों द्वारा कवर्धा शहर में घटी घटना की घोर निंदा की गई।
शांति मार्च में शहर में पुनः अमन और शांति स्थापित करने, सदभावना, आपसी प्रेम, भाईचारा और सामाजिक एकता का संदेश देते हुए नगर के विभिन्न वार्डाे में भ्रमण किया गया। सर्व समाज प्रमुखों ने नगर के संवेदनशील इलाकों में शांति मार्च और लोगों से चर्चा कर शांति और आपसी भाईचारा स्थापित करने की अपील की।
शांति मार्च में नगरपालिका अध्यक्ष ऋषि शर्मा, कलेक्टर रमेश कुमार शर्मा, 21वीं बटालियन नारायणपुर के कमांडेंट जितेन्द्र शुक्ला, पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग, जिला पंचायत के सीईओ विजय दयाराम के. और डीएफओ दिलराज प्रभाकर ने सर्व समाज प्रमुखों के साथ शांति का पैगाम देते हुए नगर भ्रमण किया। शांति मार्च की शुरूआत नगरपालिका कार्यालय से हुई। यह शांति मार्च भारत माता चौक, जयस्तंभ चौक, विंध्यवासिनी मंदिर मार्ग, आदर्शनगर, नवीन बाजार चौक, गुरूनानक चौक, ठाकुर देव चौक, दर्री पारा, महावीर स्वामी चौक, ठाकुर पारा, कबीर पारा, करपात्री चौक, शीतला चौक, राधाकृष्ण वार्ड और हैदरपारा चौक से गुजरते हुए एकता चौक में समाप्त हुई। एकता चौक में सर्व समाज प्रमुखों द्वारा हिन्दू, मुस्लिम, सिक्ख, ईसाई आपस में हम भाई-भाई का संदेश दिया।
नगरपालिका अध्यक्ष ऋषि शर्मा ने इस घटना की घोर निंदा करते हुए कहा कि दो पक्षों में हुए वाद-विवाद को जिला प्रशासन के द्वारा आयोजित शांति समिति की बैठक में सर्व समाज प्रमुखों की उपस्थिति में सुलझा लिया गया था। लेकिन 5 अक्टूबर को कवर्धा में दुर्भाग्यपूर्ण घटना घट गई। इसके कारण जिला प्रशासन को जान-माल की सुरक्षा एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए नगरपालिका क्षेत्र में कर्फ्यू लगाना पड़ा। हम सब शहर में अमन और शांति चाहते हैं। शहर में पुनः शांति स्थापित हो इसके लिए आज सर्व समाज प्रमुखों के द्वारा शांति का पैगाम देते हुए शांति मार्च का आयोजन किया गया। इस आयोजन से निश्चित ही आने वाले समय में शहर में अमन और चैन की बहाली होगी।
शांति मार्च के दौरान ब्राम्हण समाज के अध्यक्ष चंद्रिका प्रसाद चौबे ने कहा कि कवर्धा शहर में सर्वधर्म के लोग आपसी सद्भावना के साथ निवास करते हैं। लेकिन आज तक इस तरह का उपद्रव और आपसी सद्भावना को ठेस पहुंचाने वाली घटना घटित नहीं हुई थी। जैन समाज के अध्यक्ष राजेन्द्र बोथरा ने इस घटना में शामिल सभी उपद्रवियों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की मांग की है। ठाकुर समाज के अध्यक्ष नरेश सिंह ठाकुर ने भी जिला प्रशासन से निष्पक्ष कार्यवाही की मांग की। उन्होंने कहा कि कवर्धा में आपसी भाईचारा और सामाजिक सौहार्द्र कायम है। अग्रवाल समाज के कन्हैया अग्रवाल ने कहा कि इस घटना की शुरूआत से लेकर 5 अक्टूबर को हुए घटना की कड़ी निंदा करते हुए इस हिंसात्मक हमले में शामिल दोनों पक्षों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही होनी चाहिए।
मुस्लिम समाज के अध्यक्ष सलीम गौरी ने बताया कि इस घटना के बाद सब के मन में पीड़ा है और वेदना है। जीवन के लिए शांति ही सब कुछ है। मनुष्य सबसे सुंदर प्राणी है, जिसमें बुद्धि, हंसने और बोलने की शक्तियां है।
अकबर कुरैशी ने कहा कि शहर में बाहरी लोग भारी संख्या में यहां निवासी बन रहे है। ऐसे लोगों की पहचान करना चाहिए। शांति मार्च में गुप्ता समाज, सिक्ख समाज, ईसाई समाज, पटेल समाज, आदिवासी समाज, यादव समाज, देवागंन समाज, कलार समाज, कबीरपंथ और पाली समाज के प्रमुखों के साथ ही इलेक्ट्रॉनिक एवं प्रिंट मीडिया के प्रतिनिधि भी शामिल हुए।