रायपुर। लखीमपुर में किसानों की मौतों से उठी सियासी आग की लपटें अब राजधानी रायपुर में भी पहुंच गई है। हादसे में मृत किसानों के परिजनों को छत्तीसगढ़ सरकार के 50-50 लाख रुपए मुआवज़ा दिए जाने के बाद सूबे में भारतीय जनता पार्टी ने सरकार से सवाल किया है।
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नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने इस मामलें में सरकार पर तीखा हमला किया है। उन्होंने सरकार पर तंज़ कसते हुए कहा कि “सरकार पर हजारों करोड़ का कर्ज है, खुद का हाथ नीचे है, लेकिन वहाँ हाथ बढ़ाने गए है। कौशिक ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री यदि मुआवज़ा दे रहे थे तो जितने लोगों की मृत्यु हुई उतने लोगों को देते, आधे लोगों को क्यूँ दिया गया।”
छत्तीसगढ़ में किसानों की मौतों का मामला उठाते हुए धरमलाल कौशिक ने कहा कि “छत्तीसगढ़ में आत्महत्या करने वाले किसानों के परिजनों से मुख्यमंत्री कभी मिलने नहीं गए, उन्हें कोई मुआवज़ा भी आज तक नहीं दिया। और उत्तरप्रदेश में अपने आका को खुश करने मुआवज़ा दिया गया।
उठाया सिलेगर का मामला
कौशिक ने इसके साथ ही सिलेगार और पंडो जनजाति के लोगो की मौतों का मामला भी उठाया। उन्होंने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि “सिलगेर में मृत आदिवासी के परिजनों से मिलने नहीं गए, पंडो जनजाति के लोगों की लगातार मौत हो रही है, लेकिन उन पीड़ितों से मुलाक़ात आज तक सरकार के जिम्मेदारों से नहीं हुई।
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कौशिक ने आगे कहा कि “छत्तीसगढ़ किसानों के साथ यह अन्याय है। हम माँग करते हैं कि कांग्रेस सरकार में मारने वाले किसानों, सिलगेर के मृतक आदिवासियों के परिजनों को पचास-पचास लाख रुपए और रोजगार दिए जाने की मांग करते है।”