रायपुर। कोरोना संक्रमण से हुई मौत का आंकड़ा समय पर नहीं भेजने वाले सीएचएमओ को शनिवार को अपर मुख्य सचिव (एसीएस) रेणु पिल्ले (Renu Pille) ने वीडियो कांफ्रेसिंग करके फटकार लगाई है। प्रदेश के जिलों में कोरोना डेथ कमेटी बनाने और समय पर जानकारी कंट्रोल एंड कमांड सेंटर में भेजने का निर्देश भी दिया है।
आपको बता दे कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण से मरने वालों की संख्या 1 हजार 10 के पार हो चुकी है। कोरोना संक्रमण से हो रही मौत के आंकड़ो को रोकना सरकार के लिए चुनौती बनता जा रहा है। यही वजह है कि शनिवार को स्वास्थ्य विभाग की अपर मुख्य सचिव रेणु पिल्ले (Renu Pille) ने सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों और जिला प्रशासन के प्रतिनिधियों की वीडियो कांफे्रसिंग के जरिए बैठक ली। जिलों से पूछा कि क्या कोरोना डेथ ऑडिट कमेटी का गठन हो चुका है? सूत्र बताते हैं कि अब तक राज्य कोरोना कंट्रोल एंड कमांड सेंटर को सिर्फ 5 जिलों ने कमेटी के संबंध में जानकारी भेजी है।
7 अक्टूबर को दोबारा होगी बैठक
एसीएस ने शनिवार को आयोजित हुई बैठक में कहा है, कि वे 7 अक्टूबर को दोबारा डेथ ऑडिट कमेटी की कार्यप्रणाली को लेकर बैठक लेंगी। सभी जिले तैयारियों के साथ उपस्थित हों। गौरतलब है कि एसीएस उन जिला सीएमएचओ से खासी नाराज चल रही हैं, जो मौतों की सूचना कंट्रोल रूम को रोजाना नहीं भेज रहे हैं। रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, बेमेतरा, बस्तर, रायगढ़, बलौदाबाजार, मुंगेली, सूरजपुर, जांजगीर, धमतरी, कबीरधाम, कांकेर जैसे जिले प्रमुख रूप से शामिल हैं।
सर्वे की मांगी रिपोर्ट
एसीएस (Renu Pille)ने जिला अधिकारियों को सामुदायिक सर्वे को गंभीरता से लेते हुए सर्वे के निर्देश दिए। एसीएस ने जिला अधिकारियों को कोरोना लक्षण की जांच घर-घर में बनाने का निर्देश दिया है। एसीएस ने बीपी, शुगर, हार्ट, कैंसर समेत अन्य बीमारियों वाले मरीजों की भी सूची तैयार करें। आपको बता दे कि यह सर्वे 2 अक्टूबर को शुरू हुआ है। सर्वे करके रिपोर्ट सबमिट करने का निर्देश भी शनिवार को आयोजित हुई बैठक में दिया है।