रायपुर। छत्तीसगढ़ में शराबबंदी (SHARAB BANDI) से पहले जनचेतना अभियान भूपेश सरकार चलाया चलाएगी। इसके लिए महिला कमांडो को सशक्त किया जाएगा और नशा मुक्ति केंद्रों की भी संख्या बढ़ाई जाएगी।
आपको बता दे कि पिछले दिनों छत्तीसगढ़ में शराबबंदी (SHARAB BANDI) को लेकर बनी कमेटी ने वरिष्ठ विधायक सत्यनारायण शर्मा की अध्यक्षता में बैठक ली थी। बैठक जहां पूर्ण शराबबंदी हुई है और जहां शराबबंदी होने के बाद खोला गया है। उन राज्यों का अध्ययन करने और शराबबंदी से पूर्व जनचेतना अभियान चलाने का निर्णय लिया गया है। छत्तीसगढ़ में शराबबंदी को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक सत्यनारायण शमाज़् की अध्यक्षता में बनी कमेटी ने अपनी रिपोर्ट सरकार को दी है।
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पूर्व में भी हो चुकी बैठक
आपको बता दे कि शराबबंदी (SHARAB BANDI) के संबंध में कमेटी ने कुछ दिन पूर्व भी बैठक आयोजित की थी। बैठक में शराबबंदी के बाद पेश आने वाले सामाजिक और आर्थिक पहलुओं पर बातचीत की गई है। मामले में प्रदेश के आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने मीडिया को कहा है, कि पार्टी के घोषणा पत्र में कहा गया है, कि हम छत्तीसगढ़ में शराबबंदी करेंगे, लेकिन किसान, आम जनता और मजदूरों की स्थिति को ध्यान में रखा जा रहा है।
जल्दबाजी में कोई निर्णय नहीं लिया जा रहा। आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने कहा, कि शराबबंदी को लेकर सभी समितियों की बैठक ली जा रही है, शराबबंदी से पहले किस तरह का प्रचार होगा, जिन राज्यों ने शराबबंदी की, उन राज्यों में कैसी स्थिति है, इसका आकलन किया जाएगा। शराबबंदी को लेकर सरकार गंभीर है।