रायपुर। कोरोना काल में स्कूल शिक्षा विभाग के प्रयोगो की देश के साथ अब विश्व में भी सराहना हो रही है। छत्तीसगढ़ में कोरोना संकट काल में स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा शुरू किए गए पढ़ई तुंहर दुआर और पढ़ई तुंहर पारा, बुल्टु के गोठ, लाउडस्पीकर स्कूल के जरिए स्कूली बच्चों की शिक्षा फिजिकल और डिजिटल माध्यमों से हो रही पढ़ाई के बारे में कनेक्टेड इंडिया वेब कॉन्फ्रेंस (Connected India Global Conference) में विशेषतौर पर सराहना की गई।
कनेक्टेड इंडिया ग्लोबल वेब कॉन्फ्रेंस (Connected India Global Conference) का आयोजन विगत 30 सितम्बर को किया गया। छत्तीसगढ़ के शिक्षा सलाहकार सत्यराज अय्यर विशेष रूप से इस कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने कॉन्फ्रेंस में बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य में बस्तर जैसे दूरस्थ क्षेत्र में भी काफी तेजी से डिजिटल माध्यमों द्वारा बैंकिंग व्यवस्था, डिजिटल लेन-देन, ई-शिक्षा, टेली मेडिसिन जैसे नवाचार प्रयोगों को अमल में लाया जा रहा है। इस ग्लोबल वेब कॉन्फ्रेंस का आयोजन ऑस्ट्रेलिया की एक निजी संस्था द्वारा किया गया। इस वेब कॉन्फ्रेंस (Connected India Global Conference) में भारत सहित ऑस्ट्रेलिया, जापान, यू.एस, कनाड जैसे देश-विदेश के प्रतिष्ठित सरकारी, गैर सरकारी संस्थाओं और स्टार्ट अप इकाईयों के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।