रायपुर। कोरोना संक्रमण के कारण जिला प्रशासन ने सार्वजनिक कार्यक्रमो पर पाबंदी लगा दी है। पाबंदी की वजह से इस रक्षाबंधन (RAKSHABANDHAN) जेल में बंद बंदियों को उनकी बहने राखी नहीं बांध पाएगी। हालांकि जेल प्रशासन ने सभी जेलों के बाहर काउंटर लगाया है।
इस काउंटर में बहने अपने भाईयों के लिए लाई राखियां और टीका जमा कर सकेगी। काउंटर से राखियों को उठाने के बाद उन्हें सेनिटाइज किया जाएगा और फिर बंदियों तक पहुंचाया जाएगा। इस व्यवस्था से रक्षाबंधन (RAKSHABANDHAN) का पूरा दिन गुजर जाएगा और बंदियों की कलाईयां सूनी रह जाएगी। आपको बता दे कि परंपरा रही है कि जेल में बंदियों को राखी बांधने के लिए उनकी बहनें जेल आती हैं। इस मौके पर जेल प्रशासन सारा इंतजाम करता है। हालांकि, इस बार कोरोना संक्रमण के चलते जेल में रक्षाबंधन संभव नहीं हो पाएगा।
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सुबह से लेकर शाम तक बांध सकते है राखी
आगामी 22 अगस्त को आयोजित होने वाला रक्षाबंधन (RAKSHABANDHAN) पर्व में धनिष्ठा नक्षत्र का संयोग बन रहा है। इस संयोग के वजह से रक्षाबंधन पर्व के की शाम 5.58 बजे तक बहने अपने भाईयों को राखियां बांध सकती है। रक्षाबंधन के दिन सुबह 6.15 से लेकर 10.34 बजे तक शोभन योग है और धनिष्ठा नक्षत्र 7.39 बजे तक रहेगा। सर्वश्रेष्ठ मुर्हत दोपहर 12.04 से 12.58 बजे तक अभिजीत मुहूर्त और 1.44 से 4.03 बजे तक शुभ मुहूर्त है।