दिल्ली। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर जातिगत जनगणना को लेकर आवाज उठ रही है। विपक्ष द्वारा उठाई जा रही मांग के बीच भारतीय जनता पार्टी के सांसद संघमित्रा मौर्य ने लोकसभा में इसकी मांग कर दी।
मंगलवार को लोकसभा में OBC आरक्षण बिल पर चर्चा चल रही थी, इस दौरान बीजेपी सांसद ने अपना पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों ने जातिगत जनगणना का विरोध किया, लेकिन अब केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने राज्यों को इसका अधिकार दे दिया है। बीजेपी सांसद मौर्य के इस बयान से खुद भाजपा के कई लोग भी हैरानी में पड़ते दिखे। बीजेपी सांसद ने सदन में कहा, कि कांग्रेस की जो सरकारें ना कर सकीं, उसे मोदी सरकार ने कर दिखाया है।
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OBC बिल पर बोलने वाली पहली बीजेपी सांसद
लोकसभा में अपनी मांग रखते हुए सांसद मौर्य ने कहा, कि 1931 में जब जातिगत जनगणना हुई थी, तब देश में 52 प्रतिशत ओबीसी थे, अब देश में इनकी संख्या कितनी है? यह किसी को भी पता नहीं है। बीजेपी सांसद ने कहा, कि ऐसे में अगर जातिगत जनगणना होती है तो OBC समुदाय को सरकारों की योजनाओं का लाभ मिलेगा। आपको बता दे कि सांसद संघमित्रा मौर्य उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य की बेटी हैं और बदायूं से सांसद हैं। लोकसभा में मंगलवार को ओबीसी आरक्षण बिल के मसले पर बोलने वालीं वो भाजपा की पहली सांसद थीं।