रायपुर। बिजली नियामक आयोग अगस्त माह से उपभोक्ताओं के लिए नया टैरिफ प्लान (BIJLI BILL)लागू कर सकता है। विभागीय सूत्रों के अनुसार यदि नया टैरिफ प्लान लागू होगा, तो उपभोक्ताओं की जेब कटना तया है। कोरोना काल में बिजली कंपनी उपभोक्ताओं को दोहरी मार देने की तैयारी कर रही है।
बिजली कंपनी के सूत्रों के अनुसार नियामक आयोग में शुल्क बढ़ाने वाले आवेदन में बिजली कंपनी के अधिकारियों ने घाटा दिखाया है। घाटे को बेस बनाकर शुल्क की बढ़ोत्तरी करने की मांग बिजली कंपनी के अधिकारियों ने की है। अगस्त माह में जनसुनवाई के बाद नियामक आयोग के जिम्मेदार शुल्क बढ़ोत्तरी को लेकर निर्देश जारी कर सकते है।
बीजेपी ने सरकार को घेरना शुरू किया
बिजली के दामों (BIJLI BILL) में बढ़ोतरी के अनुमान को देखते हुए बीजेपी ने राज्य की कांग्रेस सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता गौरीशंकर श्रीवास का आरोप है कि, एक ओर राज्य सरकार बिजली बिल हाफ करने के दावे करती आ रही थी तो वहीं दूसरी और अब गुपचुप तरीके से बिजली के दामों को बढ़ाने की तैयारी में जुटी हुई है। इस मनमानी को बीजेपी कभी नहीं होने देगी। बिजली बिल बढ़ा तो सड़क से सदन तक की लड़ाई बीजेपी लडेग़ी।
कांग्रेस उतरी बचाव मोड में
बिजली बिल बढ़ोत्तरी पर कांग्रेस अब बचाव मोड में उतर आई है। कांग्रेस प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने कहा, कि बिजली बढ़ोत्तरी (BIJLI BILL) बिजली नियामक आयोग तय करता है। जनसुनवाई के बाद ही यह प्रक्रिया पूरी होती है। इस मामलें में जनसुनवाई नहीं हुई है। बीजेपी बस मुद्दा बना रही है।