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कवासी लखमा बोले, सरकार बस्तर में बड़े उद्योगों के पक्ष में नहीं…नहीं होगी शराबबंदी

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रायपुर। बस्तर में बड़े उद्योगों की स्थापना पर उद्योग मंत्री कवासी लखमा ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार बस्तर में बड़े उद्योग लगाने के पक्ष में नहीं है। उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा कि हमारी प्राथमिकता बस्तर के वनोपज आधारित उद्योग है।”

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मंत्री लखमा से सवाल किया गया था कि “भाजपा सरकार टाटा स्टील जैसे बड़े उद्योग को बस्तर में लाने में असफल रही थी, क्या कांग्रेस सरकार पुनः उस उद्योग की स्थापना का प्रयास करेगी ?”

इसके जवाब में उन्होंने कहा कि “छत्तीसगढ़ की उद्योग नीति पूरे देश में सराहनीय है और इसके कई लाभ राज्य को मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार बड़े उद्योगों की स्थापना पर जोर नही दे रही बल्कि छोटे उद्योगों पर ध्यान दे रही है, इसीलिए हमने पिछली सरकार के 158 एमओयू निरस्त कर दिए।”

यही नहीं उन्होंने बस्तर संभाग में शराबबंदी पर भी सीधे जवाब दे दिया। लखमा ने इस सवाल के जवाब में कहा कि असंभव…बस्तर में शराबबंदी कभी नहीं होगी। दरअसल लखमा आज प्रेस से मिलिए कार्यक्रम में रायपुर प्रेस क्लब पहुंचे थे जहाँ उन्होंने पत्रकारों के सवालों के बेबाकी से जवाब दिए।

कवासी लखमा : सांसदों को समझते है कीड़ा मकौड़ा

मंत्री लखमा से भाजपा की प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी के धर्मांतरण वाले बयान पर जब सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि “वे हवाई जहाज में उड़ती हैं इसलिये जमीनी हकीकत से दूर हैं। व्हाट्सएप में आई खबरों को ही देखा है, उन्होंने बस्तर का क्षेत्र नहीं देखा है, बस्तर में कांग्रेस सरकार आने के बाद कोई धर्मांतरण नहीं हुआ है। आदिवासी लोग बहुत संगठित हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग नहीं बोलेंगे तो नागपुर से डंडा पड़ेगा, इसलिए RSS की बाते कर रही है पुरंदेश्वरी।

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इसके आलावा मोदी सरकार के कैबिनेट विस्तार से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि “यहां के सभी 9 भाजपा सांसदों को नरेंद्र मोदी कीड़ा मकौड़ा समझते हैं। सांसदों की हिम्मत नहीं है कि वे जाकर मोदी जी से राज्य की समस्याओं को दूर करने की मांग भी रखें।”