बेंगलुरु। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा पद छोड़ने के लिए राजी हो गए हैं। राज्य में नया सीएम और नया प्रदेश अध्यक्ष का नाम तय होते ही येदियुरप्पा बतौर राज्यपाल नई जिम्मेदारी संभालेंगे। भाजपा नेतृत्व त्रिपुरा, हरियाणा, मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भी समय रहते अहम बदलाव करने में लगातार मंथन कर रहा है। अगस्त महीने तक इन राज्यों में बदलावों को अंतिम रूप देने की योजना बनी है।
सूत्रों के मुताबिक शुक्रवार को पीएम मोदी से मुलाकात में येदियुरप्पा पद छोड़ने पर राजी हो गए। शनिवार को उनकी पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात हुई। दरअसल येदियुरप्पा के इस्तीफा देने पर राजी होने के बाद राज्य में नई सरकार और उनके पुत्रों को राज्य या केंद्र सरकार में जगह देने पर मंथन चल रहा है। इस बारे में अंतिम योजना बनते ही उनके इस्तीफे की घोषणा होगी। नेतृत्व की योजना राज्य में वोक्कालिगा बिरादरी से
सीएम तो लिंगायत बिरादरी को प्रदेश अध्यक्ष बनाने की है।
तीन अन्य राज्यों पर भी फैसला जल्द
नेतृत्व हरियाणा, मध्यप्रदेश और त्रिपुरा के संदर्भ में भी जल्द ही निर्णय लेगा। गौरतलब है कि येदियुरप्पा के अलावा हरियाणा, मध्यप्रदेश और त्रिपुरा के सीएम शुक्रवार को ही दिल्ली आए थे। इसमें येदियुरप्पा के अलावा त्रिपुरा के सीएम बिप्लब देव ने भी पीएम से मुलाकात की थी। सूत्रों का कहना है कि इन राज्यों में नेतृत्व बड़ा बदलाव करना चाहता है। इसमें नेतृत्व परिवर्तन के साथ मंत्रिमंडल और संगठन में व्यापक फेरबदल के विकल्पों पर भी विचार हो रहा है।
नेतृत्व हरियाणा, मध्यप्रदेश और त्रिपुरा के संदर्भ में भी जल्द ही निर्णय लेगा। गौरतलब है कि येदियुरप्पा के अलावा हरियाणा, मध्यप्रदेश और त्रिपुरा के सीएम शुक्रवार को ही दिल्ली आए थे। इसमें येदियुरप्पा के अलावा त्रिपुरा के सीएम बिप्लब देव ने भी पीएम से मुलाकात की थी। सूत्रों का कहना है कि इन राज्यों में नेतृत्व बड़ा बदलाव करना चाहता है। इसमें नेतृत्व परिवर्तन के साथ मंत्रिमंडल और संगठन में व्यापक फेरबदल के विकल्पों पर भी विचार हो रहा है।
राजस्थान और छत्तीसगढ़ पर भी माथापच्ची
आलाकमान ने पार्टीशासित राज्यों हरियाणा, मध्यप्रदेश, त्रिपुरा और कर्नाटक में संगठन और सरकार को तत्काल चुस्त-दुरुस्त करने की योजना बनाई है। इसके अलावा पार्टी नेतृत्व राजस्थान और छत्तीसगढ़ को ले कर भी लगातार माथापच्ची कर रहा है। इन दोनों राज्यों में भाजपा बड़ी सियासी ताकत है। नेतृत्व चाहता है कि चुनाव आने से पूर्व इन सभी राज्यों में अहम बदलाव कर असंतोष से जल्द से जल्द निपट लिया जाए।
आलाकमान ने पार्टीशासित राज्यों हरियाणा, मध्यप्रदेश, त्रिपुरा और कर्नाटक में संगठन और सरकार को तत्काल चुस्त-दुरुस्त करने की योजना बनाई है। इसके अलावा पार्टी नेतृत्व राजस्थान और छत्तीसगढ़ को ले कर भी लगातार माथापच्ची कर रहा है। इन दोनों राज्यों में भाजपा बड़ी सियासी ताकत है। नेतृत्व चाहता है कि चुनाव आने से पूर्व इन सभी राज्यों में अहम बदलाव कर असंतोष से जल्द से जल्द निपट लिया जाए।