नई दिल्ली: आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगनमोहन रेड्डी के करीबी सांसद अयोध्या रामी रेड्डी इनकम टैक्स चोरी के मामले में दोषी पाए गए हैं. विभाग ने उन्हें 300 करोड़ रुपये टैक्स चुकाने का नोटिस दिया है.
सूत्रों के मुताबिक इनम टैक्स ने रैमकी ग्रुप पर छापेमारी कर 300 करोड़ की टैक्स चोरी पकड़ी थी. रैमकी ग्रुप के चेयरमैन अयोध्या रामी रेड्डी हैं. वे जगन मोहन रेड्डी की पार्टी से राज्य सभा सांसद हैं.
विभाग ने 6 जुलाई को की थी छापेमारी
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने 6 जुलाई को ग्रुप के 15 दफ्तरों पर छापोमारी की थी. इस दौरान काफी सारे दस्तावेज जब्त किए. जांच के बाद पता चला कि ग्रुप ने काफी सारी ट्राजेक्शन ऐसी कर रखी हैं, जिनका कोई हिसाब किताब ही नहीं है. ग्रुप ने अपनी हिस्सेदारी सिंगापुर की कंपनी को भी बेच दी और काफी मुनाफा कमाया.
1200 करोड़ रुपये का नकली नुकसान दिखाया
विभाग को यह भी पता चला कि ग्रुप ने टैक्स चोरी के लिए कई सारी नई स्कीमें शुरू की. इसके साथ ही बड़ी मात्रा में शेयरों की खरीद-बिक्री की गई. छापोमारी में जो दस्तावेज मिले, उनसे पता चला है कि ग्रुप ने करीब 1200 करोड़ का नकली नुकसान दिखाया. इनम टैक्स डिपार्टमेंट के मुताबिक ग्रुप ने 288 करोड़ का जो लोन था, उसे भी गलत तरीके से क्लेम किया.
इनम टैक्स डिपार्टमेंट ने बयान जारी कर बताया कि जांच के बाद मिले अहम दस्तावेजों की गहराई से जांच करवाई गई. इस जांच के बाद रैमकी ग्रुप ने 300 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी की बात कबूल की. ग्रुप ने कहा कि वह इस टैक्स को देने के लिए तैयार है.
पहले भी विवादों में रहे हैं अयोध्या रामी रेड्डी
हालांकि ये कोई पहला मामला नहीं है, जब रैमकी ग्रुप और चेयरमैन अयोध्या रामी रेड्डी पर इस तरह के आरोप लगे है. इससे पहले भी ED ने जगन मोहन रेड्डी मामले में ग्रुप की करोड़ो की संपत्ति मनी लॉड्रिंग कानून में अटैच की थी.